अगर जनता का विश्वास भाजपा गठबंधन पर होता तो किसान आंदोलन के दौरान चोर रास्तों से घर में घुसने पर मजबूर न होना पड़ता ऐलनाबाद उपचुनाव भाजपा गठबंधन सरकार हारी, अगर लोगों का विश्वास होता तो सरकार जीतकर आती वास्तव में हकीकत यह है कि भाजपा गठबंधन सरकार में हरियाणा में चहुंमुखी विनाश हुआ है परिवार पहचान-पत्र की आड़ में बुजुर्गों की पेंशन को काटा जा रहा है जो लोग 5100 की पेंशन देने की बात करते थे आज वो चुप हैं] चंडीगढ़, 4 मार्च: इनेलो प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने शुक्रवार को विधान सभा सत्र के दौरान सदन में महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण पर कहा कि अभिभाषण में हरियाणा के चहुमुखी विकास की चर्चा की गई है परंतु वास्तव में हकीकत यह है कि हरियाणा में चहुमुखी विनाश हुआ है। हरियाणा में केवल बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार तथा घोटालों में ही चहुमुखी विकास हुआ है। सदन में अभय ङ्क्षसह चौटाला ने भाजपा गठबंधन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में सबका विश्वास की बात किस आधार पर जोड़ी गई है। भाजपा गठबंधन सरकार ने विश्वास कोरोना के समय खोया, किसान आंदोलन के दौरान लोगों का विश्वास खोया, मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर को कैमला गांवों में उतरने नहीं दिया गया, आंदोलन के दौरान भाजपा गठबंधन सरकार का कोई भी मंत्री सडक़ के रास्ते चल नहीं सकता था और चोर रास्तों से अपने घर घुसते थे। ऐलनाबाद के उपचुनाव में सरकार चुनाव हारी है अगर लोगों का विश्वास होता तो सरकार जीतकर आती। परिवार पहचान-पत्र की आड़ में बुजुर्गों की पेंशन, जिसे चौधरी देवी लाल ने बुजुर्गों के सम्मान में शुरू की थी, उसे काटा जा रहा है। जिन परिवारों की आय दो लाख से ज्यादा है उनको नोटिस दिए जा रहे है और उनके परिवार के बुजुर्गों की पेंशन काटी जा रही है। जेजेपी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग 5100 की पेंशन देने की बात करते थे आज वो चुप हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा गठबंधन सरकार में लॉकडाउन के दौरान शराब घोटाला, सरकारी नौकरियों में भर्ती घोटाला, धान खरीद घोटाला, रजिस्ट्री घोटाला, छात्रवृति घोटाला, ट्रांसफर घोटाला, फसल बीमा प्रीमियम घोटाला समेत कई बड़े घोटाले हुए लेकिन आज तक किसी एक भी घोटाले की जांच का नतीजा नहीं निकला है। Post navigation क्या उत्तर प्रदेश के चुनावी परिणाम तय करेंगे अहीरवाल की राजनीति? सरकार के सैटेलाइट को किसान की जलती हुई पराली नजर आती है तो बर्बाद हुई फसलें क्यों नहीं : बलराज कुंडू