जिले में आजाद की पुण्यतिथि की पर उन्हें जगह-जगह किया गया याद

शहीदों के परिवारों का शाल व पगड़ी पहनाकर सम्मान
नावदी में चलाया गया स्वच्छता अभियान
नारनौल के आजाद चौक कार्यक्रम में राज्यमंत्री व जिला प्रधान ने की शिरकत

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल । रविवार को गांव नांगल दर्गू में चंद्रशेखर आजाद बलिदानी दिवस पर विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम का आयोजन कर उन्हें याद किया गया। गांव नांगल दर्गू में कार्यक्रम वरुण श्योराण प्रदेश प्रभारी युवा मोर्चा भाजपा की अध्यक्षता में मनाया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा के सामने द्वीप प्रज्ज्वलित कर उन्हें पुष्प अर्पित कर किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को एक्स सर्विस मैन आल इंडिया वेलफेयर सोसायटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी धर्मपाल दिल्ली, ईश्वर सिंह अध्यक्ष सेवानिवृत सर्विस मैन प्रदेश अध्यक्ष फैजलीपुर, रमेश तंवर प्रदेश किसान मोर्चा कार्यकारिणी सदस्य, जोंगेंद्र राजपूत जिला अध्यक्ष युवा मोर्चा ने संबोधित कर चंद्रशेखर आजाद के जीवन का उल्लेख करते हुए उनके बलिदान से अवगत करवाया। वक्ताओं ने कहा कि दुनिया पर राज करने वाले ब्रिटिश को चुनौती देने वाले जिस वीर योद्धा की सिंह गर्जना थी, उनकी पहचान ही आजाद हो गई। इस वीर को पकड़ने व पहचानने के लिए ब्रिटिश हुकूमत ने 700 लोग नौकरी पर रखे हुए थे और उन पर इनाम भी रखा था।

यह वीर योद्धा 14 साल की उम्र में वर्ष 1920 में असहयोग आंदोलन में विद्यालय के छात्रों के जत्थे के साथ पहली बार गिरफ्तार हुए। चंद्रशेखर आजाद भारत की आजादी के क्रांतिकारी आंदोलन के महानायकों में हैं। यह महान संगठक, योजनाकार, निर्भय वीर, गजब के निशानेबाज और दृढ़ प्रतिज्ञा के धनी थे। कार्यक्रम में शहीदों के परिवारों को शाल व पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया।

आजाद की पुण्यतिथि पर नावदी में चलाया स्वच्छता अभियान
उपमंडल के गांव नावदी में आज बाबा दाता साहब शिक्षा विकास समिति ने अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद जी के बलिदान दिवस पर बाबा मुरली दास जी धर्मशाला व उप स्वास्थ्य केन्द्र पर स्वच्छता अभियान चलाया। इस अवसर पर सुंडाराम जी, भीमराज मास्टर , बनवारी लाल , ताराचंद मास्टर ,धर्मपाल मास्टर, सुरेन्द्र मास्टर ,मुंशी राम बाबूजी , मनोहर लाल मिस्त्री ,बिरेंद्र सिंह पंच,सुरेश कुमार, लालू प्रसाद यादव, महिपाल जी,जिले सिंह  पवन कुमार सीएससी , अशोक यादव आदि ने श्रमदान किया ।

“मैं आजाद हूं, मैं आजाद ही रहूंगा” के प्रणेता महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का बलिदान दिवस मनाया गया

आजादी के अमृत महोत्सव पर “मैं आजाद हूं- मै आजाद ही रहूंगा” के प्रणेता महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद के बलिदान दिवस पर ऐतिहासिक आजाद चौक में प्रतिमा पर पुष्पांजलि कार्यक्रम आजाद चौक युवा संगठन के तत्वाधान में आयोजित किया गया।

 इस अवसर पर हरियाणा सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव मुख्य अतिथि,अध्यक्षता राकेश शर्मा प्रधान जिला भाजपा आजाद चौक युवा संगठन के पदाधिकारियों और गणमान्य नागरिकों द्वारा संयुक्त रुप से पुष्पांजलि अर्पित की गई।

 सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री ओम प्रकाश यादव ने कहा चंद्रशेखर आजाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान स्वतंत्रता सेनानी थे। उनके देशभक्ति के संदेश युवा पीढ़ी को हमेशा प्रेरित करते रहेंगे। उन्होंने कहा चंद्रशेखर आजाद का बलिदान देश के इतिहास में हमेशा अजर अमर रहेगा। चंद्रशेखर आजाद 14 वर्ष की आयु में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के असहयोग आंदोलन से जुड़े गयें थे। इस अवसर पर उन्होंने आजाद चौक के सौंदर्यीकरण की घोषणा भी की।

 भाजपा जिला अध्यक्ष राकेश शर्मा ने कहा चंद्रशेखर आजाद का बलिदान युवाओं को देशभक्ति  की प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने कहा चंद्रशेखर आजाद ने देश को अंग्रेजों से आजाद करवाने में महत्वपूर्ण निभाई। चंद्रशेखर आजाद हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के प्रमुख नेता थे । एक वीर महान वीरता का का संदेश छोड़कर मां भारती के आगोश में विलीन हो गया । संगठन के संरक्षक विजय जिंदल ने कहा “मैं आजाद हूं आजाद रहूंगा” के प्रणेता चंद्रशेखर आजाद का बलिदान देश के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेंगा । चंद्रशेखर आजाद को गिरफ्तारी के बाद 14 कोड़ो की सजा सुनाई जिसमें हर कुड़े की सजा पर “वंदे मातरम”और गांधीजी की जय का स्वर बुलंद किया । चंद्रशेखर आजाद ने आखिरी समय में अपना नारा “आजाद हूँ – आजाद ही रहेंगे” अथार्थ न पकड़े जाएंगे न ही ब्रिटिश सरकार उन्हें फांसी दें सकेगी को याद किया।इस तरह उन्होंने पिस्तौल की आखरी गोली खुद को मार ली और मातृभूमि के लिए प्राणों की आहुति दे दी। 

संगठन के प्रधान लोकेश शर्मा ने कहा हम आजाद भारत में जी रहे हैं,वह कई देश भक्तों की देशभक्ति और त्याग की बेदी से सजी हुई है । उन्होंने कहा भारत में ऐसे भी काफी देशभक्त थे,जिन्होंने छोटी सी उम्र में ही देश के लिए अतुलनीय त्याग और बलिदान देकर अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों  में अंकित करावाया, इन्हीं देशभक्तो में चंद्रशेखर आजाद थे । कार्यक्रम का संचालन उपप्रधान मोहित जिंदल नें किया। इस अवसर पर  मुकेश जैन कोषाध्यक्ष, हर्ष तनेजा बाल किशन सैनी, हेमंत आहूजा, राजकुमार चौधरी, सब्जी मंडी के सचिव गंगाराम सैनी, डॉ. आर के जांगड़ा, मनीष संघी मंडल अध्यक्ष, सुरेश चौधरी, सुदर्शन बंसल, भगत सिंह सैनी, प्रिंस, हर्ष सैनी, नरेश गोगिया प्रधान अरोड़ा सभा व कार्यकारिणी के सदस्य और विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारीगण विशेष रुप से उपस्थित थे।

 स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारियों ने शहीद चन्द्रशेखर को किया नमन

शहीद चन्द्रशेखर आजाद के शहीदी दिवस पर स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी कल्याण संगठन के सदस्यों ने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए नमन किया। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेन्द्र पाल यादव ने शहीदचन्द्रशेखर आजाद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने भारत देश को अंग्रेजों से आजाद करवाने के लिए आजादी का बिगुल बजाया था। वे एक महान क्रांतिकारी थे। चन्द्रशेखर आजाद के ही सफल नेतृत्व में भगतसिंह और बटुकेश्वर दत्त ने 8 अप्रैल, 1929 को दिल्ली की केन्द्रीय असेंबली में बम विस्फोट किया। यह विस्फोट किसी को भी नुकसान पहुँचाने के उद्देश्य से नहीं किया गया था। विस्फोट अंग्रेज़ सरकार द्वारा बनाए गए काले कानूनों के विरोध में किया गया था। इस काण्ड के फलस्वरूप क्रान्तिकारी बहुत जनप्रिय हो गए। केन्द्रीय असेंबली में बम विस्फोट करने के पश्चात भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने स्वयं को गिरफ्तार करा लिया। 

उन्होंने बताया कि उन्होंने 27 फरवरी 1931 को देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। इस अवसर पर सुरेश किराड़, बलराज सिवाड़ा, बिजेन्द्र कोंट, धर्मपाल ग्रेवाल, एडवोकेट शिवकुमार बेडवाल, डा. रतन कुंगड़, सुरजभान बामला, रणबीर सांगवान, जशबीर फौजी, सुभाष बामला, रामअवतार गुप्ता, प्रकाश धनाना, ओमबीर तंवर, ठाकुर बीर सिंह तंवर, साधू मित्ताथल, चत्तर जीताखेड़ी, रामपाल यादव, राजेश रोहनात, राजेन्द्र कुमार, सतबीर भैणी, विद्यानंद बीरण, मदनलाल डाबला आदि उपस्थित रहे।

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