शुक्रवार को दक्षिणी हरियाणा में दोपहर बाद सांय को हुई वर्षा व ओलावृष्टि ने किसान की आर्थिक कमर तोड दी : विद्रोही
भाजपा सरकार के किसान विरोधी रवैये से किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है। किसान को सरकार से न तो उचित समय पर पर्याप्त सहायता मिलती है और ऊपर से प्रकृति की मार और झेलनी पड रही है।
26 फरवरी 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने शुक्रवार को पश्चिमी विक्षोभ के चलते दक्षिणी हरियाणा के रेवाडी, महेन्द्रगढ़, गुडग़ांव, चरखी दादरी, भिवानी, झज्जर जिले के अनेक स्थानों पर वर्षा के साथ हुई ओलावृष्टि से नष्ट हुई सरसों, सब्जी व गेंहू फसलों में नुकसान पर चिंता प्रकट करते हुए भाजपा सरकार से इन क्षेत्रों में हुए नुकसान की तत्काल विशेष गिरदावरी करवाके किसानों को मुआवजा देने की मांग की।
विद्रोही ने कहा कि जब शुक्रवार की दोपहर तक मौसम एकदम साफ था, अच्छी धूप थी तब किसानों ने सोच भी नही था कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते अचानक वर्षा के साथ ओलावृष्टि उनकी फसल को बर्बाद करके उनके आर्थिक संकट को और बढ़ा देगी। शुक्रवार को दक्षिणी हरियाणा में दोपहर बाद सांय को हुई वर्षा व ओलावृष्टि ने रेवाडी, महेन्द्रगढ़, गुडग़ांव, चरखी दादरी, भिवानी, झज्जर जिले अनेक गांवों के किसानों की सरसों, गेंहू व सब्जी की फसलों को 60 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान पहुंचाकर किसान की आर्थिक कमर तोड दी है।
विद्रोही ने कहा कि घाटे की खेती में पिसते किसान को पहले ही फसलों का एमएसपी न मिलने से उन पर कृषि कर्ज बोझ बढता जा रहा है। वही पिछले दो-तीन सालों से वर्षा से दक्षिणी हरियाणा की खरीफ व रबी फसलों पर भारी बरसात व ओलावृष्टि की मार लगातार पडती जा रही है। विगत तीन सालों में इस क्षेत्र में रबी व खरीफ की कोई भी फसल प्रकृति की मार से बची नही है। हर बार प्रकृति के प्रकोप से ओलावृष्टि व भारी बरसात से फसलों को नुकसान होता है और भाजपा सरकार न तो समय पर विशेष गिरदावरी करवाके किसानों को फसलों के नुकसान का समय पर जायजा लेती है और न ही नष्ट फसलों का पूरा मुआवजा देती है और जो नाम मात्र का थोडा सा मुआवजा दिया जाता है, उसे देने मेें भी दो-तीन साल का समय लगाया जा रहा है। भाजपा सरकार के किसान विरोधी रवैये से किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है। किसान को सरकार से न तो उचित समय पर पर्याप्त सहायता मिलती है और ऊपर से प्रकृति की मार और झेलनी पड रही है।
विद्रोही ने मुख्यमंत्री खट्टर से मांग की कि शुक्रवार को दक्षिणी हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ से ओलावृष्टि से सरसों, गेंहू व सब्जी की फसलों में हुए नुकसान की विशेष गिरदावरी तत्काल करवाके किसानों को पर्याप्त मुआवजा दे ताकि कर्ज बोझ से दबे किसान को इस आर्थिक संकट के दौर में कुछ आर्थित सहायता मिल सके।