पटवारियों को धारा 7ए के अंतर्गत दोषी मानने की घोर निंदा.
दो दिन राजस्व संबंधित सभी प्रकार के कार्य रखें जाएंगे ठप.
गुरुग्राम सर्कल पटवारियों की हुई एक महत्वपूर्ण मीटिं

फतह सिंह उजाला

पटौदी। दी रेवेन्यू पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन हरियाणा की राज्य कार्यकारिणी की ऑनलाइन मीटिंग में गुरुग्राम के पटवारियों ने भाग लिया । जिसमें रजिस्ट्री में हुई धांधली के संदर्भ मे एफसीआरं द्वारा पटवारियों को धारा 7ए के अंतर्गत दोषी मानने के फैसले की घोर निंदा की गई। इस मीटिंग में गुरुग्राम प्रधान मनोज कुमार पटवारी  ने कहा है कि पटवारियों की रजिस्ट्री करने में कोई भी भूमिका नहीं होती। यह कार्य रजिस्टर ऑफिस का होता है।

पटवारियों पर जो भूमि की किस्म बदलने के आरोप लगाए गए हैं, वह बिल्कुल ही बेबुनियाद और निराधार है। पटवारी जब गिरदावरी करने जाता है तो वह जिस भी खसरा नंबर कि मौका पर जो स्थिति होती है उसका इंद्राज खसरा गिरदावरी रजिस्टर में करता है। अगर पटवारी गिरदावरी के दौरान खसरा नंबर पर मौका स्थिति अनुसार इंद्राज नहीं कर सकता है, तो फिर गिरदावरी के क्या मायने रह जाते हैं । पटवारियों को जानबूझकर क्यों फंसाया जा रहा है। इसलिए दी रेवेन्यू पटवारी एवं कानूनगो एसोसिएशन की मीटिंग में सर्व सम्मति से यह फैसला लिया गया कि पटवारियों पर जो झूठे आरोप लगाए गए हैं। यदि जल्दी से जल्दी पटवारियों को आरोप मुक्त नहीं किया गया तो 17 व 18 फरवरी को 2 दिन विरोध स्वरूप सभी पटवारी संकेतिक धरना प्रदर्शन करेंगे। अगर सरकार अपने आदेशों को वापस नहीं लेती है तो यह धरना आगे भी जारी रह सकता है। जिससे गिरदावरी जैसे महत्वपूर्ण कार्य जो कि चल रहा है, भी प्रभावित हो सकता है। जिसके लिए सरकार और प्रशासन स्वयं जिम्मेदार होंगे।

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