एबीजी शिपयार्ड ने हिंदुस्तान के सबसे बड़े बैंक घोटाले को दिया अंजाम, मोदी सरकार के 7 साल के कार्यकाल में 5 लाख 35 हजार करोड रुपए के बैंक फ्रॉड हुए, बैंकों के एनपीए में 21 लाख करोड रुपए का इजाफा हुआ: सुरजेवाला चंडीगढ़: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने घोटालेबाजों के सांझीदार बने देश के चौकीदार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में हिंदुस्तान के अब तक के सबसे बड़े बैंक घोटाले का खुलासा किया है। जिस 22,842 करोड़ रुपए के बैंक घोटाले से साफ जाहिर है कि मोदी सरकार “जनता का पैसा लुटाओ,फिर भगाओ” की रणनीति पर काम कर रही है। चंडीगढ़ स्थित हरियाणा कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सुरजेवाला ने खुलासा किया कि किस प्रकार ऋषि अग्रवाल की कंपनी एबीजी शिपयार्ड कंपनी ने 22,842 करोड रुपए का देश का सबसे बड़ा घोटाला किया, जिसमें भारत के प्रमुख बैंक एसबीआई सहित 28 बैंक बैंकों से लिया गया लोन शामिल है। यह सब मोदी सरकार के नाक के नीचे हुआ और करीब 5 साल यानी 60 महीनों के बाद सीबीआई द्वारा 7 फरवरी, 2022 को इस का केस दर्ज किया गया, जिसके लिए एसबीआई की ओर से सीबीआई को दो बार शिकायत भेजी गई। हालांकि एसबीआई ने भी अपनी शिकायत में बैंक के कर्मचारियों का पूरा बचाव किया। उन्होंने खुलासा किया कि एबीजी शिपयार्ड का मालिक ऋषि अग्रवाल गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए ही मोदी के बहुत नजदीक था। जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तो एबीजी शिपयार्ड को सूरत में कम रेट पर जमीन दी गई थी। साल 2013 में जब मोदी कोरिया के दौरे पर गए थे, तो उनके प्रतिनिधिमंडल में ऋषि अग्रवाल भी था। यहां तक की वाइब्रेंट गुजरात मैं ऋषि अग्रवाल ने मोदी के साथ बैठकर 22,000 करोड़ रुपए के निवेश का वायदा किया था। सुरजेवाला ने जोर देते हुए कहा कि कांग्रेस ने 15 फरवरी 2018 को ही मोदी सरकार को बैंक घोटाले के बारे में चेता दिया था, लेकिन फिर भी केस दर्ज करने में करीब 5 साल लग गए ताकि तब तक लोगों के पैसे का अच्छी तरह से गबन हो सके और आरोपी भाग सके। उन्हें पता चला है कि ऋषि अग्रवाल के पास सिंगापुर की नागरिकता भी है। ऐसे में सरकार को देश को बताना चाहिए कि ऋषि अग्रवाल भारत में है या फिर विदेश भाग गया। इससे पहले उन्होंने मीडिया के सामने बीते 7 साल में हुए बैंक घोटाले से जुड़े कुछ तथ्य भी रखे। सुरजेवाला ने खुलासा किया कि बीते करीब साढ़े 7 साल के दौरान भारत में 5 लाख 35 हजार करोड़ रुपये के बैंक घोटाले हुए हैं। 7 सालों में मोदी सरकार ने लोगों की 8 लाख 17 हजार करोड़ रुपए की बैंक जमा राशि बट्टे खाते में डाल दी। इन 7 सालों के दौरान बैंकों के एनपीए में 21 लाख करोड रुपए का इजाफा हुआ। यह सब सरकार के प्रबंधन को और बैंकों में पड़े जनता के पैसे की लूट को दर्शाता है।इस दौरान उन्होंने देश में अब तक के बड़े बैंक घोटाले बाजों में शामिल नीरव मोदी,मेहुल चोकसी, अनिल मोदी, जैसे लोगों के मोदी के साथ संबंधों का भी जिक्र किया। Post navigation अराजकता ! …… 134ए के तहत नही मिल रहा निजी स्कूलों में प्रवेश, सत्र समाप्त होने में बचा मात्र एक माह : विद्रोही बीजेपी नेताओं के ओछे बयान इनकी बीमार मानसिक सोच को दर्शाते हैं, ये कांग्रेस के आदर्शों की बराबरी नहीं कर सकते : सुनीता वर्मा