मुख्य सचिव ने दिए निर्देश, एफआईआर पर पुलिस द्वारा की जाने वाली कार्रवाई को समय सारिणी के तहत किया जाए सूचीबद्ध सीसीटीएनएस प्रणाली में हरियाणा देश में सितंबर, 2021 से अब तक लगातार शीर्ष पर काबिज चंडीगढ़, 8 फरवरी- हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने आज यहां सीसीटीएनएस के लिए गठित स्टेट अपैक्स कमेटी की 19वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि एफआईआर पर पुलिस द्वारा की जाने वाली कार्रवाई को एक समय सारिणी के तहत सूचीबद्ध किया जाए, ताकि हर स्तर पर की जाने वाली कार्रवाई की निगरानी और मामलों का त्वरित निष्पादन संभव हो सके। श्री संजीव कौशल ने पुलिस व अन्य संबंधित विभागों की प्रशंसा करते हुए कहा कि पुलिस विभाग द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए राज्य में अपराध पर रोक लगाने के उद्देश्य से लागू किया गया क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम (सीसीटीएनएस) के माध्यम से पुलिस की कार्यप्रणाली में और दक्षता आई है, जिसके परिणामस्वरूप सीसीटीएनएस प्रणाली में हरियाणा देश में सितंबर, 2021 से अब तक लगातार शीर्ष पर काबिज है। इसके लिए वे सराहना के पात्र हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि सीसीटीएनएस प्रणाली हेतु तकनीकी पहलूओं पर विचार-विमर्श करने के लिए सभी संबंधित विषयों को सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार विभाग द्वारा गठित गर्वनमेंट कम्पोजिट टीम (जीसीटी) को अग्रेषित किए जाएं। इसके अलावा, परिचालन एवं रखरखाव से संबंधित विषयों पर अंतिम निर्णय लेने के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, (टेलीकॉम व आईटी) की अध्यक्षता में कमेटी गठित करने को भी मंजूरी दी गई। बताया गया कि सीसीटीएनएस प्रणाली के तहत, नागरिक पोर्टल – हर समय और कोर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (सीएएस) शुरू किए गए हैं। वर्तमान में ऑनलाइन नागरिक पोर्टल के माध्यम से हरियाणा के नागरिकों को कुल 39 सेवाएं सेवा के अधिकार के तहत प्रदान की जा रही हैं। बैठक में यह भी निर्णय हुआ कि 28 फरवरी तक पुलिस में सेवा के अधिकार के अंतर्गत ऑटो अपील सिस्टम लागू हो जाएगा । नागरिक सेवाओं का लाभ उठाने के लिए हर समय पोर्टल का उपयोग नागरिकों द्वारा किया जा रहा है। सभी पुलिस स्टेशन कोर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर पर काम कर रहे हैं। बैठक में बताया गया कि नागरिकों द्वारा तुरंत पुलिस तक सूचना पहुंचाने के उद्देश्य से हरियाणा पुलिस की वेबसाइट पर भी कॉल-112 बटन उपलब्ध कराया गया है। बैठक में बताया गया कि एफआईआर की लंबित कार्रवाई देखने और विभिन्न स्तरों (एसएचओ, डीएसपी, एसपी और रेंज एडीजीएसपी/आईजीएसपी) पर उसके कारण दर्ज करने का प्रावधान सीसीटीएनएस के कोर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर में विकसित किया गया है। यह भी जानकारी दी गई कि सीसीटीएनएस के तहत पुलिसकर्मियों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए राज्य में कंप्यूटर प्रशिक्षण प्रयोगशालाएं शुरू की गई हैं। कोर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (सीएएस) के माध्यम से विभिन्न रोल बेस्ड प्रशिक्षण दिया गया है। इसके अलावा, प्रशिक्षण के अतिरिक्त मॉड्यूल भी विकसित किये गए हैं। Post navigation 7-ए का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा – डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला धर्मपरिवर्तन को मुद्दा बनाने की औच्छी व गंदी राजनीति क्यों कर रही है भाजपा खट्टर सरकार ? विद्रोही