चण्डीगढ़ 8 फरवरी – हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि प्रदेश के सभी सरकारी व गैर सरकारी विश्वविद्यालयों में कौशल विकास से सम्बन्धित कोर्सिस शुरू किए जाएं ताकि छात्रों को रोजगारोन्मुखी व व्यवसायिक शिक्षा मिले। यह बात उन्होंने गुरूग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति श्री दिनेश कुमार से बातचीत करते हुए कही। श्री दिनेश कुमार मंगलवार को राजभवन में शिष्टाचार मुलाकात करने पहुंचे थे। श्री दत्तात्रेय कहा कि कौशल विकास से सम्बन्धित कोर्सों के लिए केन्द्र व राज्य की योजनाओं तथा कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) योजनाओं के तहत वित्तीय प्रबंधन करें। उन्होंने विश्वविद्यालय से सम्बन्धित गैर सरकारी महाविद्यालयों में भी व्यवसायिक कोर्स शुरू करवाने पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि ‘‘सेप’’ (ै।च्) जैसी संस्थाओं के सहयोग से विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में शिक्षकों और छात्रों को नए परिस्थितिक तन्त्र से प्रशिक्षित करवाएं, जिससे छात्रों में सीखने की और शिक्षकों में सीखाने की नई तकनीक विकसित होगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले शिक्षण संस्थाओं में इस प्रकार के कोर्सिस को बेहतर सफलता मिल सकती है क्योंकि इस क्षेत्र में निजी क्षेत्र की मैन्यूफैक्चरिंग कम्पनियों से समझौता कर विद्यार्थियों को प्रशिक्षण से सम्बन्धित सुविधाएं जुटाई जा सकती हैं। विद्याार्थियों को रूम स्टडी के साथ-साथ प्रायोगिकी (प्रैक्टिकल) की शिक्षा मिलने से उनकी प्रतिभा को और ज्यादा तराशा जा सकता है इससे छात्रों में स्किल डेवल्पमेंट तो होगा ही साथ ही उद्यमिता की और रूझान भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप व्यावसायिक, शोर्ट ट्रम कोर्सिस तथा स्थानीय मांग के आधार पर संभावनाएं तलाश कर नए कोर्सिस शुरू करें, जिससे बच्चों को रोजगार पाने में आसानी मिलेगी। उन्होंने गुरुग्राम विश्वविद्यालय की नए परिसर के निर्माण बारे भी जानकारी प्राप्त की और कहा कि विश्वविद्यालय परिसर के निर्माण कार्य को शुरू करने की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाए। इस मुलाकात में गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति श्री दिनेश कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय में स्किल डेवलपमेंट से सम्बन्धित आर्टीफिसियल इंटेलिजेंस, कम्पयूटर, मशीन लर्निंग, से सम्बन्धित विभिन्न कोर्सिस शुरू करने की तैयारी कर ली है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को 12-ए मंे पंजीकृत करवाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है, जिससे विश्वविद्यालय को केन्द्र सरकार व सीएसआर की योजनाओं के तहत और अधिक ग्रांट मिल पाएगी। उन्होंने विश्वविद्यालय के निर्माण से सम्बन्धित मास्टर प्लान के बारे विस्तार से बताया और कहा कि विश्वविद्यालय में सबसे पहले फार्मेसी ब्लाॅक और प्रशासनिक खंड का निर्माण किया जाना है। यह निर्माण शीघ्र शुरू होने की संभावना है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि विश्वविद्यालय को शिक्षा के मामले में उत्कृष्टता का केंद्र स्थापित करने में कोई कोर कसर नहीं रहने दी जाएगी। Post navigation बाबा की पैरोल, खेल में रौल 2 मार्च से शुरू होगा हरियाणा विधानसभा का बजट सत्रः मनोहर लाल