9 शिकायतों का मौके पर निपटान, 3 मामले में जांच कमेटियों का गठन और एक मामले में आरोपी कर्मचारी के चार्जशीट के आदेश पानीपत/चंडीगढ़, 5 फरवरी। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शनिवार को पानीपत के लघु सचिवालय में आयोजित जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में 15 शिकायतें रखी गई, जिनमें से उन्होंने मौके पर ही 9 शिकायतों का निपटान करते हुए सम्बंधित अधिकारियों को लम्बित पड़ी शिकायतों पर भी आगामी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही 3 मामलों में जांच कमेटियां गठित कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने और एक मामले में आरोपी कर्मचारी को तत्काल नियम-7 के तहत चार्जशीट करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का प्रयास है कि लोगों को किसी प्रकार की कोई समस्या ना रहे। बैठक से पहले दुष्यंत चौटाला ने सर छोटू राम जयंती पर उन्हें नमन किया। पहली शिकायत पंकज शर्मा द्वारा रखी गई थी जो कि पिछली बैठक की लम्बित शिकायत थी। इसमें पानीपत शहर की वायु गुणवत्ता खराब होने से लेकर शहर में भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति और प्रदूषण का हवाला दिया गया था। इस पर आगामी रिपोर्ट पर कार्यवाही करते हुए उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इस सन्दर्भ में अतिरिक्त मुख्य सचिव के साथ एनएचएआई के अधिकारियों की बैठक हो चुकी है। उन्होंने कहा कि विधानसभा बजट सत्र से पहले वे भी एक बार और बात करेंगे। दूसरी शिकायत राजेश जैन जर्नलिस्ट द्वारा रखी गई थी। जिसमें हरियाणा राज्य परिवहन पानीपत डिपो द्वारा विगत समय में गबन करने का हवाला दिया गया था। इस पर संज्ञान लेते हुए उपमुख्यमंत्री ने आवेदनकर्ता को कहा कि आप जांच में स्वयं शामिल हो और आप के पास जो भी दस्तावेज उपलब्ध हो वो जांच अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करें, साथ ही उन्होंने जांच अधिकारी को जांच को आगे बढ़ाते हुए रिपोर्ट तैयार करने को कहा। शिकायत नम्बर 3 जो कि अशोक कुमार निवासी गांव नन्हेड़ा द्वारा की गई थी। यह शिकायत उत्तर प्रदेश हरियाणा की सीमा पर स्थित उक्त व्यक्ति के खेत में काम करते समय उत्तर प्रदेश के लोगों द्वारा उन पर जानलेवा हमला और जमीन और फसल जबरदस्ती हड़पने को लेकर की गई थी। इस पर उन्होंने पुलिस अधिकारियों को गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि यमुना के साथ लगते जिलों में उत्तर प्रदेश के साथ सीमा विवाद का हल करवाने के लिए पिलर लगाने का काम चल रहा है और जल्द ही यहां भी समस्या का समाधान होगा। उन्होंने पुलिस को इस सम्बंध में आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। साथ ही पानीपत डीसी को शामली डीसी के साथ बैठक सीमा विवाद मामले को हल करवाने के लिए कहा। शिकायत नम्बर चार ओमप्रकाश वासी जोशी द्वारा जिला खनन अधिकारी से सम्बंधित शिकायत थी। इस पर उप मुख्यमंत्री ने सम्बंधित गार्ड को नियम-7 के तहत चार्जशीट करने के आदेश दिए और साथ ही कमेटी गठित करते हुए खनन अधिकारी को निर्देश दिए कि वे मौका मुआयना करें और रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इसी तरह पिछली बैठक की लम्बित शिकायत महावीर वासी अजीजउल्लापुर द्वारा की गई थी, इसमें अंसल कॉलोनी से सम्बंधित मामला भी रखा गया था। इस पर उन्होंने निर्देश दिए कि इस सम्बंध में राजस्व की जो भी भूमि कम्पनी द्वारा इस्तेमाल की गई है उस सम्बंध में सिंचाई एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को रिकवरी करने की कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दिए। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि रिकवरी की राशि को गांव के विकास पर खर्च किया जाएगा। शिकायत नम्बर 6 हुकुमचंद वासी वीरभवन चुंगी जोकि सिविल सर्जन से सम्बंधित थी। यह शिकायत पिछली बैठक की लम्बित शिकायत थी और डॉ. संजय सोनी मॉडल टाऊन से सम्बंधित थी। इस पर उन्होंने पिछली बैठक की रिपोर्ट ली और शिकायत को निरस्त कर दिया। आज की इस बैठक में खाद्य सुरक्षा अधिकारी से सम्बंधित पिछली बैठक की लम्बित शिकायत जो कि अम्बरिश कुमार वासी बबैल रोड द्वारा रखी गई थी। इस संबंध में उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि खाद्य सुरक्षा विभाग एवं पुलिस की अलग-अलग टीमें रैंडम चैकिंग कर चार-चार सैम्पल सम्बंधित दुकानों से लेकर उनकी करनाल लैब से जांच करवाई जाए और अगली बैठक में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। इसी तरह शिकायत नम्बर 8 भी पिछली बैठक की लम्बित शिकायत थी जोकि मनोज कुमार वासी गांव खोजकीपुर द्वारा डीडीपीओ से सम्बंधित रखी गई थी। इस सम्बंध में एसडीएम समालखा को स्वयं जांच कर एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इनके साथ जांच कमेटी में शिकायत निवारण समिति के सदस्य एवं एक वकील को शामिल किया गया। शिकायत नम्बर 9 रामपाल वासी शेरा द्वारा डीडीपीओ से सम्बंधित रखी गई थी। इसमें भी उपमुख्यमंत्री ने जांच के निर्देश देते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। शिकायत नम्बर 10 भी जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी से सम्बंधित थी, जिसमें सोमपाल वासी ग्राम खण्डरा ने ग्राम पंचायत द्वारा किए गए कार्यों की जांच करवाने और गबन का हवाला दिया गया था। इसमें उपमुख्यमंत्री ने रिकवरी करने और प्रॉपर्टी अटैच करने के निर्देश दिए। शिकायत नम्बर 11 भी डीडीपीओ से सम्बंधित थी जोकि श्रीराम वासी गांव नोहरा द्वारा की गई थी जिसमें तत्कालीन सरपंच द्वारा किए गए धन के दुरुपयोग का हवाला दिया गया था। इसकी जांच को लेकर उन्होंने एसडीएम पानीपत को रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। कष्ट निवारण समिति की बैठक में शिकायत नम्बर 12 रोशन लाल भारद्वाज द्वारा रखी गई थी। इस सम्बंध में शिकायतकर्ता ने कहा कि मैं एसडीएम की जांच से संतुष्ट हूं। इस पर शिकायत दफ्तर दाखिल कर दी गई। शिकायत नम्बर 13 वेद दुआ द्वारा की गई थी जिसमें पानीपत शुगर मिल के कर्मचारी के विरुद्ध शिकायत दी गई थी। इस शिकायत को लेकर शिकायतकर्ता प्रस्तुत नहीं हुए और मौके पर अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के आधार पर शिकायत को दफ्तर दाखिल करने के आदेश दिए गए। शिकायत नम्बर 14 जो कि नरेन्द्र पाल वासी राधे विहार कॉलोनी द्वारा की गई थी। यह शिकायत जमीन से सम्बंधित थी। इस पर उपमुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस मामले में दोनों पार्टियों को बुलाकर समाधान करवाएं। इसी तरह 15 नम्बर शिकायत बलजीत सारसर गांव राजाखेड़ी द्वारा रखी गई थी जोकि दो पक्षों के झगडे को लेकर थी। इस मामले में प्रारंभिक जांच करने वाले एवं शिकायत को दफ्तर दाखिल करने वाले सम्बंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को लाइन हाजिर करते हुए उनके खिलाफ जांच करने एवं मामले की गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए। Post navigation संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती पर 13 फरवरी से हरियाणा में चलाया जाएगा महा सफाई अभियान हवन यज्ञ और मंत्रोच्चारण के बीच अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव का समापन