कर्मचारियों के बारे में पूछताछ की और ड्यूटी रॉस्टर भी देखा.
सीएम ने पूछा कि अब ड्यूटी पर कितने कर्मचारी होने चाहिए

फतह सिंह उजाला

गुरूग्राम। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने सभी चौंकाते हुए शनिवार की रात को अचानक गुरुग्राम के सेक्टर 39 स्थित नगर निगम के कार्यालय में छापा मारा। उन्होंने नगर निगम कार्यालय के कंट्रोल रूम में जाकर रात में शहर में साफ़ सफ़ाई के लिए लगायी गई गाड़ियों तथा कर्मचारियों के बारे में पूछताछ की और ड्यूटी रॉस्टर भी देखा।

सीएम खट्टर ने कंट्रोल रूम  में उपस्थित कर्मचारी से पूछा कि इस समय ड्यूटी पर  कितने कर्मचारी होने चाहिए और कितनी सफ़ाई मशीन लगी हुई हैं, उनकी मॉनिटरिंग कैसे की जा रही है।  नगर निगम के कर्मचारी ने बताया कि गुरुग्राम शहर में साफ़ सफ़ाई के लिए 13 गाड़ियां चल रही हैं, सफ़ाई का कार्य रात 10 बजे शुरू होता है।  सीएम ने वहीं मौके से फ़ोन पर नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त से भी बात की और साफ़ सफ़ाई व ड्यूटी रॉस्टर के बारे में पूछ ताछ की।

नगर निगम गुरुग्राम सेक्टर 39 में छापा मारने के बाद सीएम मनोहरलाल खट्टर गुरुग्राम के सेक्टर 44 स्थित जीएमडीए कार्यालय में पहुँच गए। जहाँ पर इंटेग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल  सेंटर बना हुआ है , उस सेंटर से गुरुग्राम की विभिन्न सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरे जुड़े हुए हैं । इन कैमरों से सड़कों की रात में मशीनों से हो रही साफ़ सफ़ाई को देखा जा सकता है ।

इसके तत्काल बाद गुरुग्राम के सेक्टर 44 स्थित जीएमडीए कार्यालय में सीएम ने इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण किया। उन्होंने वहाँ पर ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों से पूछा कि चोरी हुए वाहनों  को इंटीग्रेटेड कमांडेंट एंड कंट्रोल सेंटर से कैसे पकड़ते हैं। कर्मचारी ने बताया कि जैसे ही सीसीटीवी कैमरे में चोरी की गाड़ियों के नम्बर डिटेक्ट होते ही तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी जाती है और और राइडर तथा पीसीआर को भी सूचित किया जाता है, आज 32 वाहन डिटेक्ट हुए हैं। इस बीच गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल भी वहाँ पर पहुँच गये।

दोनो स्थानों पर औचक निरीक्षण के बाद सीएम मनोहर लाल खट्टर नेक हा कि आज मैंने खुद जीएमडीए के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का जायजा लिया है, मुझे बताया गया है कि आज चोरी की हुई 32 गाड़ियां ट्रेस हुई है। उन्होंने कहा कि मैंने एक सुझाव फेस रिकगनिशन का भी दिया है, करनाल में हम यह सर्विस पहले ही शुरू कर चुके हैं। यह सुविधा संदिग्ध व्यक्तियों पर नज़र रखने में सहायक होगी। इस सेंटर से हम सिटी बस सर्विस की भी निगरानी कर सकते हैं।

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