महंगाई की इंतेहा और बीजेपी सरकार की लाचारी देखिए कि वो वीर जवानों की मशाल भी नही जला पा रही

22/01/2022 :- ‘सुभाष चन्द्र बोस की 125वीं जयंती को आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के अंतर्गत मना रही बीजेपी पर हमला बोलते हुए महिला कांग्रेस नेत्री सुनीता वर्मा ने उस पर शहीदों के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि क्या ये बीजेपी सरकार बताएगी की इन्होंने नेताजी सुभाषचंद्र बोस के नाम पर कितने कॉलेज, यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज या कोई अन्य बड़ी परियोजना बनाई है, क्या वो बताएगी की गत 15 अगस्त को उन्हें ये क्रांतिकारी बोस याद क्यों नही आये?

महिला कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कहा कि बीजेपी जानती है कि 16 दिसम्बर 1938 को कांग्रेस अध्यक्ष रहते नेताजी ने एक प्रस्ताव पारित करके कांग्रेस के किसी भी सदस्य को हिन्दू महासभा और मुस्लिम लीग के सदस्य बनने पर पाबन्दी लगा दी थी, उन्होंने देशवासियों को संघ से इसलिए दूर रहने की अपील की थी क्योंकि ये संगठन अंग्रेजों का मुखबिर था, बस इसी इतिहास को मिटा कर ये सरकार अपना बनाया नया झूठ का इतिहास देश पर थोप रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पर शहीदों की अनदेखी करने का आरोप लगा कर ये देशवासियों की भावनाओं, संस्कृति व इतिहास से छेड़खानी कर रही है जिसे बर्दाश्त नही किया जाएगा।

वर्मा ने कहा कि ये खुद शहीदों का अपमान कर रहे हैं। 84 हजार सैनिकों की याद में बने इंडिया गेट पर 26 जनवरी 1972 से लगातार जल रही अमर जवान ज्योति को बुझा कर ये सरकार वीर शहीदों का अपमान कर रही है। उन्होंने कहा कि देश मे बीजेपी की कुनीतियों से बढ़ी महंगाई की इंतेहा देखिए कि अमर जवान ज्योति को प्रज्जवलित रखने में नाकाम इंडिया गेट को इसे नेशनल वॉर मैमोरियल में विलय करने को मजबूर होना पड़ा।

महिला कांग्रेस नेत्री ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि शहीदो की बलिदान की निशानी मिटाने से, माफीवीरो की इतिहास में जगह नहीं बनेगी, वो हमेशा मुखबिर, माफिवीर और गद्दार ही कहलायेंगे

उन्होंने कहा कि अमर जवान ज्योति की इस अखण्ड मशाल को बुझाना बीजेपी की कांग्रेस के प्रति नफरत की पराकाष्ठा है क्योंकि इसे कांग्रेस ने प्रज्वल्लित किया था। कांग्रेस नेत्री ने बीजेपी पर इस बात को लेकर भी हमला बोला कि वो सुभाषचंद्र बोस को लेकर न सिर्फ नफरत भरी राजनीति कर रही है बल्कि देशवासियों को गुमराह भी कर रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के प्रधानमंत्री संसद बहुत कम जाते हैं वरना उन्हें पता होता कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की एक भव्य प्रतिमा संसद भवन में प्रधान मंत्री कार्यालय के पास गेट नम्बर 5 और सेंट्रल हाल के बीच ही लगी हुई है। अगर वो ये सब देखते तो वो बोस की अनदेखी करने का आरोप कांग्रेस पर नही लगाते। लेकिन उन्हें इतिहास 2014 से शुरू करना है क्योंकि 1947 के पहले उनके अपने विचार के इतिहास के पन्ने या तो कोरे हैं या गंदले हैं।माफ़ीविर बलिदान की कीमत क्या जानें।