गूंगा पहलवान के इस ट्वीट का जवाब देते हुए हरियाणा खेल के निदेशक पंकज नैन ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा 1.20 करोड़ का नकद पुरस्कार दिया जा चुका है, जो देश में सबसे अधिक है. चंडीगढ़. पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित मुकबाधिर पहलवान वीरेंद्र सिंह उर्फ गूंगा पहलवान ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को टैग कर एक ट्वीट किया है. गूंगा पहलवान ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से राज्य के बधिर खिलाड़ियों को पैरा-एथलीट के रूप में मान्यता देने की मांग करते हुए ट्वीट किया है. गूंगा पहलवान ने ट्वीट में लिखा है कि माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी क्या मैं पाकिस्तान से हूं, कब बनेगी कमेटी, कब मिलेंगे समान अधिकार इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए लिखा था .प्रधानमंत्री जी, जब मैं आपसे मिला, आपने ही कहा था हम आपके साथ अन्याय नहीं होने देंगे, अब आप ही देख लो. वहीं गूंगा पहलवान के इस ट्वीट का जवाब हरियाणा खेल के निदेशक पंकज नैन ने दिया है. उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा 1.20 करोड़ का नकद पुरस्कार दिया जा चुका है, जो देश में सबसे अधिक है. वह पहले से ही खेल विभाग हरियाणा में कार्यरत है। उन्हें पैरालिंपियन के समान ग्रुप बी पोस्ट की पेशकश की गई थी, जिसे उन्होंने लेने से इनकार कर दिया. बता दें कि वीरेंद्र सिंह हरियाणा के झज्जर जिले के एक छोटे से गांव सिसरौली में पैदा हुए. वीरेंद्र सिंह कुश्ती में कई अंतरराष्ट्रीय मेडल जीत चुके हैं. 2016 में वह अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किए गए. वीरेंद्र को लोग ‘गूंगा पहलवान’ के नाम से भी जानते है. साल 2002 में उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला. वर्ल्ड कैडेट रेसलिंग चैंपियनशिप में उन्होंने गोल्ड जीता. 2005 में वीरेंद्र ने Deaf Olympics में पहला गोल्ड मेडल जीता. वीरेंद्र ने 7 अंतरराष्ट्रीय मेडल जीते हैं, जिसमें 3 गोल्ड मेडल शामिल हैं. अर्जुन पुरस्कार और अब पद्मश्री शामिल है. वीरेंद्र करीब 25 वर्ष से पहलवानी कर रहे हैं. Post navigation दिल्ली में अनियंत्रित कोरोना संक्रमण का हरियाणा में प्रभाव, मगर हमारे स्वास्थ्य प्रबंध पूरे : अनिल विज भाजपा स्वतत्रंता सेनानियों के नाम पर औच्छी व गन्दी राजनीति कर रही है : विद्रोही