खट्टर सरकार अभिव्यक्ति की स्वतत्रंता व लोकतांत्रिक विरोध के अधिकार को कुचलना चाहती है : विद्रोही

हरियाणा को महंगाई मामल में देश का नम्बर वन प्रदेश बताने पर वे भारत सरकार पर भी उसी तर्ज पर मुदकमा करेंगे जैसे सीएमआईई के हरियाणा को 34.1 प्रतिशत बेरोजगारी दर के साथ बेरोजगारी में देश का नम्बर वन प्रदेश बताने पर मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी है।

14 जनवरी 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने एक बयान में कहा कि 34.1 प्रतिशत बेरोजगारी दर के साथ हरियाणा  देश में पहले ही बेरोजगारी में नम्बर वन प्रदेश था। अब 6.64 प्रतिशत महंगाई दर के साथ हरियाणा महंगाई में भी भारत का सिरमौर राज्य बन गया। ऐसी स्थिति में विद्रोही ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से पूछा कि हरियाणा को महंगाई मामल में देश का नम्बर वन प्रदेश बताने पर वे भारत सरकार पर भी उसी तर्ज पर मुदकमा करेंगे जैसे सीएमआईई के हरियाणा को 34.1 प्रतिशत बेरोजगारी दर के साथ बेरोजगारी में देश का नम्बर वन प्रदेश बताने पर मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी है। क्योंकि खट्टर जी व उनकी भाजपा-जजपा सरकार तो हरियाणा के विपरित आने वाले किसी भी एजेंसी के आंकड़ों को स्वीकारती नही। हां यह दूसरी बात है कि किसी भी एजेंसी का आंकडो हरियाणा के पक्ष में आ जाता है तो उस आंकडे का महिमामंडन करके गाल जरूर बजाती है। बेरोजगारी व महंगाई दर में हरियाणा का सिरमौर राज्य बनने से साफ है कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था खस्तो हालते में है ओर आमजन गहरे आर्थिके संकट में जूझ रहा है।

विद्रोही ने आरोप लगायण कि महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, कुशासन पर अंकुश लगाने की बजाय भाजपा-जजपा सरकार उक्त सवाल उठाने वालों पर ही हमला बोलकर अपनी असफलता को सत्ता दुरूपयोग से छुपाने व सवाल उठाने वालों को दबाने का हरंसभव कुप्रयास करती है। यह बताता है कि भाजपा खट्टर सरकार अभिव्यक्ति की स्वतत्रंता व लोकतांत्रिक विरोध के अधिकार को भी अप्रत्यक्ष रूप से सत्ता दुरूपयोग से कुचलना चाहती है। विद्रोही ने हरियाणा को महंगाई मामल में देश का नम्बर वन प्रदेश बताने पर वे भारत सरकार पर भी उसी तर्ज पर मुदकमा करेंगे जैसे सीएमआईई के हरियाणा को 34.1 प्रतिशत बेरोजगारी दर के साथ बेरोजगारी में देश का नम्बर वन प्रदेश बताने पर मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी है। जिस भी सरकारी भर्ती की जरा भी जांच होती है तो यह तथ्य सामने आता है कि भर्तीयों में भारी अनियमितताएं हो रही है। भर्ती परीक्षा पर्चा कोरा छोडा जा रहा है जिसे पैसे लेकर बाद में हल करके नोटों के बोरे भरकर हरियाणा में सरकारी नौकरी दी जा रही है। प्रदेश में प्रशासनिक भ्रष्टाचार चरम पर है। सरकारी अफसर मोटा माल लेकर काम करते है। अवैध खनन चरम पर है। डाडम माईन हादसा इसका प्रमाण है।

विद्रोही ने कहा कि महिला अपराध, यौन शौषण, रेंग-गैंगरेप, किसानों, मजदूरों, छात्रा, युवाओं में भाजपा-जजपा की जनविरोधी नीतियों के चलते जबरदस्त विरोध है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है, कुशासन है फिर भी खट्टर जी जुमलेबाजी करके लोगों को ठगतेे है और अपने अटपटे बोलों से लोगों के जले घावों पर नमक छिडकते है। विद्रोही ने आमजनों से आग्रह किया कि यदि उन्होंने जनविरोधी, भ्रष्ट भाजपा-जजपा खट्टर सरकार को हरियाणा से तडीपार करने के लिए जबरदस्त आंदोलन नही चलाया तो सरकार की जनविरोधी नीतियों के चलते वे खुद जरूर हरियाणा से तडीपार होने को मजबूर हो जाएंगे।

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