लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास रखने वाला कोई भी व्यक्ति पंजाब सरकार के इस असंवैधानिक व्यवहार को कभी माफ नहीं करेगा- मनोहर लाल

पंजाब सरकार को बर्खास्त करने और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए राज्यपाल के माध्यम से भेजा ज्ञापन – मनोहर लाल

चंडीगढ़, 7 जनवरी : हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर पंजाब सरकार की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के प्रधानमंत्री को इस तरह के गंभीर सुरक्षा चूक का सामना करना पड़ा। पंजाब सरकार द्वारा सुनियोजित साजिश को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा और लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास करने वाला कोई भी व्यक्ति पंजाब सरकार के इस असंवैधानिक व्यवहार को कभी माफ नहीं करेगा।

मुख्यमंत्री आज यहाँ एक प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल और मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ अमित अग्रवाल भी उपस्थित रहे।

श्री मनोहर लाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री श्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को सुरक्षा में इस बड़ी चूक के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आम आदमी नहीं हैं। भारत के सभी प्रधानमंत्रियों में से श्री नरेंद्र मोदी सबसे लोकप्रिय हैं। उन्होंने अनुच्छेद- 370 को खत्म करने, राम मंदिर का निर्माण, सीएए आदि जिस तरह के साहसिक फैसले लिए हैं, ऐसा कभी किसी ने सोचा भी नहीं था।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि आज हमने राज्यपाल से मुलाकात कर पंजाब सरकार को बर्खास्त करने और पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए एक ज्ञापन सौंपा है। कांग्रेस सरकार के इस कृत्य की हर राजनीतिक दल ने कड़ी आलोचना की है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने फिर से पंजाब का दौरा करने की बात कही है और हमे नहीं लगता कि वर्तमान सरकार सुरक्षा बहाल करने में सक्षम होगी।

उन्होंने कहा कि उन्होंने पंचकूला में माता मनसा देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सलामती के लिए ‘महामृत्युंजय यज्ञ’ भी किया