ऑनलाइन धोखाधड़ी होने के बाद जालसाजों के अकांउट फ्रीज़ कर नागरिकों के बचाए 55 लाख रुपये

चंडीगढ़, 3 जनवरी – हरियाणा पुलिस के नोडल साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पंचकूला द्वारा विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन धोखाधड़ी पर शिकंजा कसते हुए 55 लाख रुपये से अधिक की राशि को फ्रीज करने में कामयाबी हासिल की है। साइबर जालसाजों द्वारा धोखाधड़ी करते हुए पीड़ितों के खातों से यह राशि ठगने का प्रयास किया गया था।

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हरियाणा, श्री प्रशांत कुमार अग्रवाल ने आज यहां बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश के तहत साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, पंचकूला में विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों से व्यापक रूप से निपटने के लिए एक राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 155260 संचालित है।

पीड़ितों द्वारा ‘‘गोल्डन हावर्स‘‘ में 155260 को तत्काल उपलब्ध कराई गई सूचना के परिणामस्वरूप लेन-देन पर रोक लगाकर इस धोखाधड़ी की राशि को फ्रीज़ किया गया। शिकायत मिलने के तुरंत बाद, साइबर सेल पुलिस ने बैंक अधिकारियों अथवा संबंधित भुगतान ऐप और गेटवे के अधिकारियों से संपर्क किया। संबंधित प्रक्रिया के बाद नकदी का हस्तांतरण रोक दिया गया ताकि पीड़ितों के खातों में यह नकदी वापस पहुंच सके।

साइबर क्राइम से निपटने के लिए संसाधनों और तकनीक से लैस हुई पुलिस
साइबर अपराधों से निपटने की क्षमता बढ़ाने के मामले में 2021 को एक अच्छा वर्ष बताते हुए डीजीपी ने कहा कि हरियाणा पुलिस ने रोहतक, हिसार, करनाल, अंबाला, रेवाड़ी पुलिस रेंजांे सहित पुलिस कमिश्नरेट फरीदाबाद में छः नए साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन स्थापित किए हैं। इसके अलावा, साइबर अपराध के मामलों से निपटने के लिए पुलिस स्टेशन को सशक्त बनाने के लिए, राज्य के प्रत्येक पुलिस स्टेशन में साइबर डेस्क भी स्थापित किए गए हैं।

नागरिकों की सुविधा के लिए, गुरुग्राम और पंचकुला में दो अन्य साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पहले से ही संचालित हैं।

डीजीपी ने कहा कि समय के साथ कंप्यूटर, स्मार्टफोन और इंटरनेट के उपयोग में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। हाल के दिनों में कोविड महामारी के कारण प्रौद्योगिकी के बढ़ते उपयोग से भी ऑनलाइन धोखाधड़ी में तेजी से वृद्धि हुई है। पुलिस बल में साइबर संबंधी अधिक क्षमता जोड़ने से हमें प्रौद्योगिकी आधारित अपराध का प्रभावी ढंग से रोक लगाने में मददगार साबित होगी।

हरियाणा पुलिस राज्य भर में व्यापक और समन्वित तरीके से साइबर अपराधों से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है। साइबर अपराध के खतरे से निपटने के लिए अपनी क्षमताओं को बढ़ाने के अलावा, हम राज्य भर में धोखाधड़ी को रोकने और डिजिटल उपयोगकर्ताओं को बचाने के लिए साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम भी चला रहे हैं।

डीजीपी ने नागरिकों से सतर्क रहते हुए किसी भी ऑनलाइन प्रलोभन से दूर रहने का आग्रह करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की साइबर धोखाधड़ी की स्थिति में केंद्रीकृत हेल्पलाइन और रिपोर्टिंग प्लेटफॉर्म 155260 पर तुरंत रिपोर्ट करें।

error: Content is protected !!