कोरोना की तीसरी लहर से बचने को करें गाइडलाइन का पालन. सिमी फाउंडेशन के द्वारा करोना योद्धा सभी स्वास्थ्यकर्मी सम्मानित. मैत्री इंटरनेशनल स्कूल बाहेड़ाकला में कार्यक्रम का आयोनि शिक्षा. शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण सिम्मी की प्राथमिकता फतह सिंह उजाला पटौदी। कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रान से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग और स्वास्थ्य कर्मचारी पूरी तरह से तैयार हैं । कोरोना की पहली ‘दूसरी लहर के बाद जिस प्रकार से कोरोना अब नए वेरिएंट के रूप में सामने आया है, यह वास्तव में चिंता सहित चुनौती भी है । लेकिन जिस प्रकार से पहली-दूसरी लहर के दौरान स्वास्थ्य विभाग और स्वास्थ्य कर्मचारियों के द्वारा पीड़ितों के स्वास्थ्य के लिए रात दिन काम किया गया। उसी प्रकार से अब स्वास्थ्य विभाग सहित स्वास्थ्य कर्मचारी पूरी तरह चौकस है । यह बात पटौदी सामान्य नागरिक अस्पताल के कोविड ओडल ऑफिसर एवं आई सर्जन डॉक्टर सुशांत शर्मा ने सिमी फाउंडेशन के द्वारा आयोजित कोरोना योद्धा सम्मान समारोह के मौके पर मैत्री इंटरनेशनल स्कूल बोहड़ाकला में आयोजित कार्यक्रम में कही । इससे पहले इस कोरोना योद्धा सममान समारोह का आरंभ दीप प्रज्वलित करके किया गया । इस मौके पर मेजबान स्कूल के चेयरमैन एवं निवर्तमान जिला पार्षद सुशील सिंह चौहान, स्कूल के डायरेक्टर विक्रम सिंह शर्मा , प्रिंसिपल सत्येंद्र सिंह व अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे । इसी मौके पर सिमी फाउंडेशन के द्वारा अभी तक शिक्षा, स्वास्थ्य और सशक्तिकरण की दिशा में किये जा रहे कार्यो की डाक्यूमेंटरी के माध्यम सेजानकारी दी गई। डॉक्टर सुशांत शर्मा ने कहा करोना महामारी के दौरान जिस प्रकार से स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों, अधिकारियों, एएनएम, बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मियों, आशा वर्कर व अन्य के द्वारा कार्य किया गया, वह अनुकरणीय है । उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित होने पर घबराने की जरूरत नहीं , बलिक नजदीकी और आसपास के सरकारी स्वास्थ्य केंद्र या फिर अस्पताल में उपचार सुविधा का लाभ प्राप्त करें । इसी मौके पर सिमी फाउंडेशन के को फाउंडर नितेश कुमार और प्रवक्ता ने बताया कि शिक्षा स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण पर कार्य करना सिमी फाउंडेशन का मिशन है । कोरोना महामारी के दौरान जिस प्रकार 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े डॉक्टरों सहित छोटे से छोटे कर्मचारी के द्वारा बिना किसी भेदभाव के पीड़ितों की सेवा और उनके जीवन को बचाने के लिए कार्य किया गया, यह कार्य प्रेरणा देने के साथ-साथ मानवता को समर्पित रहा है । इसी मौके पर मेजबान स्कूल के चेयरमैन सुशील सिंह चौहान और प्रिंसिपल सत्येंद्र सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान दुनिया के साधन संपन्न देशों के मुकाबले भारत में पीएम मोदी के नेतृत्व में जिस प्रकार से मानवता की रक्षा और जीवन बचाने के लिए कार्य किया गया, यह कार्य आज भी हम सभी के लिए असीम ऊर्जा सहित प्रेरणा बने हुए हैं । जनसंख्या के अनुपात में भारत में कोरोना महामारी के दौरान जानी नुकसान बेहद कम हुआ है । लेकिन इसी दौरान कोरोना से बचाव के लिए बनाई गई 2-2 वैक्सीन भारत के चिकित्सा वैज्ञानिकों की सबसे बड़ी उपलब्धि साबित हुई है और यही वैक्सीन आज अधिकांश देशों में भी कोरोना से बचाव के लिए सबसे अधिक विश्वसनीय साबित हुई है। सिमी फाउंडेशन के द्वारा इस मौके पर कोरोना योद्धा के रूप में पटौदी नागरिक अस्पताल और बोहड़ाकला सामान्य अस्पताल के डॉक्टर सुशांत शर्मा, डॉक्टर दिनेश रोहिल्ला, डॉ अभिमन्यु , डॉक्टर कोमल, श्रीमती उर्मिला देवी, ईश्वरी देवी, राजेश शर्मा, रेखा ,रेणु बाला, मीना देवी सहित सभी एएनएम और आशा वर्कर्स को कोरोना योद्धा के समृति चिन्ह प्रदान किए गए । कार्यक्रम के समापन से पहले सिमी फाउंडेशन के प्रवक्ता ने बताया कि उनकी संस्था के द्वारा नियमित अंतराल पर मेडिकल चेकअप कैंप, महिला सशक्तिकरण, महिलाओं के आत्मनिर्भर बनाने के लिए रोजगार परक कैंप, गरीब बच्चों और जरूरतमंद अभिभावकों के लिए शिक्षा के संसाधन उपलब्ध करवाना जैसे कार्य किए जा रहे हैं। Post navigation कैसे मिलेगी आंखों को रोशनी, लेंस ख़त्म होने के कगार पर पत्रकार के सामने हर कदम पर चुनौती और जोखिम: सुशील चौहान