रेड क्रॉस संस्था समाज सेवा के साथ राष्ट्र की एकता व अखंडता को समर्पित : डीआर शर्मा।
कुवि में यूथ रेड क्रास कांउसलर्स के लिए एक दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 27 दिसम्बर :- कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि समाज सेवा के क्षेत्र में रेडक्रास की हमेशा ही महत्वपूर्ण भूमिका रही है। रेडक्रास के साथ जुडक़र विद्यार्थी समाज सेवा कर सकते हैं। वे सोमवार को आजादी के 75 वें अमृत महोत्सव के तहत् कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय यूथ रेड क्रास द्वारा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय तथा उससे सम्बन्धित कॉलेजों/संस्थानों के यूथ रेड क्रास कांउसलर्स के लिए आयोजित एक दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम में बोल रहे थे। कुलपति ने यूथ रेडक्रास संस्था का विकास किस तरह हुआ पर भी प्रकाश डाला। इससे पहले कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा, इंडियन रेड क्रास सोसाईटी हरियाणा के जनरल सेक्रेटरी डीआर शर्मा, कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा, श्याम सुंदर, प्रो. अनिल वशिष्ठ व अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि युवा हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत हैं। हमारे युवा जागरूक, गंभीर व अपनी सामाजिक जिम्मेवारियों को लेकर संवेदनशील इस वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान पूरे विश्व में रेडक्रास की अहम् भूमिका रही है।आपदा प्रबंधन सहित विभिन्न क्षेत्रों में रेडक्रास स्वयंसेवकों ने महत्वपूर्ण काम किया है। ज्ञान, कौशल और व्यवहार शिक्षा के तीन अहम पहलू होते हैं। ज्ञान और कौशल से ज्यादा व्यक्ति का आचरण, व्यवहार ज्यादा अहम् होता है और यह व्यवहार हमें यूथ रेड क्रॉस से आता है। किसी भी परिस्थिति में टीम के रूप में काम करना हमें यूथ रेडक्रास से आता है।

कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 को हरियाणा में 2025 तक लागू करना है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगी। भारत विश्व का पहला ऐसा देश होगा जो शिक्षा के क्षेत्र में नई शिक्षा नीति से आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा कर रोजगार की नई संभावनाओं के अवसर पैदा करेगा।

इंडियन रेड क्रास सोसाईटी हरियाणा के जनरल सेक्रेटरी डीआर शर्मा ने कहा है कि रेडक्रॉस एक ऐसा संस्था है जो पिछले कई दशकों से समाज सेवा के साथ-साथ देश की राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता के लिए काम कर रही है। कोरोना काल में 10 हजार यूथ रेडक्रास से जुड़े युवाओं ने मानवता का कार्य किया और दूसरों को भी प्रेरित किया। इस संस्था की दुनियाभर में शाखाएं हैं जिनके माध्यम से लाखां लोगों को अनवरत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि किसी भी सामाजिक कार्य को करने के लिए एक लीडर की जरुरत होती है। यूथ रेडक्रास के कांउसलर एक युवा स्वयं सेवकों की टीम का नेतृत्व कर इसकी सफलता में मुख्य भूमिका निभा सकते हैं। इसके लिए यूथ रेडक्रास के उद्देश्यों, गतिविधियों एवं कार्यक्रमों की जानकारी उन्हें आवश्यक है, ताकि वे युवा पीढ़ी को अपने साथ जोड सकें। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हरियाणा रक्तदान में प्रथम पायदान पर है। इसके लिए राष्ट्रपति व केन्द्र सरकार द्वारा हरियाणा प्रदेश की प्रशंसा की गई है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम काउंसलरों में नवीन उर्जा का संचार करेगा। उन्होंने ओमीक्रान के बारे में कहा कि भ्रांति न फैलाये, हमें इसका डटकर मुकाबला कर करना है।

भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी नारनौद के सचिव श्याम सुंदर ने कहा कि हम सभी इस जीवन में डेपुटेशन पर है। जीवन हमारा अधिकार नहीं है तथा हमें मृत्यु की चिन्ता भी नहीं करनी चाहिए। इसलिए हमें सर्वश्रेष्ठ समय मानव जीवन के कल्याण कार्य में लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज हमें ज्यादा से ज्यादा युवा को यूथ रेड क्रॉस सोसायटी के साथ जोड़ने की आवश्यकता है। उन्होंने वृद्धाश्रम के बारे में चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि पढ़े-लिखे बच्चों के माता-पिता आज वृद्धाश्रम में शरण लिए हुए है। इसलिए ज्ञान के साथ-साथ मूल्यों की शिक्षा भी जरूरी है क्योंकि सांस्कृतिक मूल्य ही हमारी वास्तविक विरासत है। उन्होंने युवाओं को समाज कार्य में बढ़चढ़ कर भागीदारी करने व जिम्मेदारी लेने का आह्वान किया तथा उन्हें रक्तदाता व सेवादाता बनने पर भी जोर दिया।

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के रेड क्रॉस सोसायटी के कोआर्डिनेटर व छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. अनिल वशिष्ट ने कार्यक्रम में सभी अतिथियों को परिचय करवाते हुए यूथ रेड क्रॉस के मुख्य उद्देश्य मानवता के माध्यम से शांति एवं सद्भाव की स्थापना करना हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रकार का यह ओरिएंटेशन कार्यक्रम कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ही नहीं बल्कि हरियाणा राज्य का पहला कार्यक्रम है। उन्होंने विभिन्न कालेजों से आए कांउसलर से आह्वान किया कि वे यूथ रेडक्रास से ज्यादा से ज्यादा संख्या में युवाओं को जोडक़र समाज सेवा के क्षेत्र में इसकी भूमिका को बढ़ाए। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में 135 कॉलेजों व संस्थानों से आए हुए काउंसलर हिस्सा ले रहे हैं।

स्टेट कोऑर्डिनेटर रोहित शर्मा ने यूथ रेड क्रॉस के ऑफिस के अधिकारों व कर्तव्यों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने रेड क्रॉस से सम्बन्धित लेखाजोखा व ओरिएंटेशन प्रोग्राम में शामिल प्रतिभागियों के प्रश्न के उत्तर भी दिए।

सीनियर लेक्चरर रोहिणी ने सीपीआर के बारे में प्रतिभागियों को बहुत ही सूक्ष्म जानकारी दी और बताया कि कैसे आपातकाल में किसी रोगी को फर्स्ट एड दी जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि समय पर प्राथमिक उपचार देने से किसी रोगी की जान को बचाया जा सकता है।
कैप्टन डॉ. सुरेश कुमार ने रक्तदान के महत्व के बारे में बताया तथा समाज को रक्तदान के प्रति जागरूक करने के बारे में महत्वपूर्ण कदम उठाने के बारे में बताया

डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने समाज में नशा मुक्ति का व्यापक प्रचार करने का सुझाव दिया और युवा को नशे से दूर रहने का सुझाव दिया जिससे वह समाज की उन्नति में सहायक हो सके। सूबेदार रविंद्र कौशिक ने रोड सेफ्टी के बारे में काउंसलर्स को बताया तथा रोड दुर्घटना को रोकने के लिए महत्वपूर्ण उपायों को बताया। डॉ. रमा, इंचार्ज ब्लड बैंक, एलएनजेपी हॉस्पिटल ,कुरुक्षेत्र ने प्रतिभागियों को ब्लड डोनेशन के महत्व के बारे में बताया।

कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ. रमेश कुमार ने सभी का धन्यवाद दिया और सभी प्रोग्राम काउंसलर्स को एक दिवसीय ओरिएंटेशन कोर्स में भाग लेने के लिए धन्यवाद दिया। मंच का संचालन कुवि के फील्ड कोऑर्डिनेटर राजेन्द्र सैनी ने किया।

इस मौके पर कुवि कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा, डॉ. दीपक राय बब्बर, डॉ. रमेश, डॉ. विजय सहित विभिन्न कॉलेजों व संस्थानों के काउंसलर, स्वयंसेवक, शिक्षक व विद्यार्थी मौजूद थे।

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