यतीश शर्मा

पंचकूला — जिस प्रकार से पिछले कई महीनों से सिख जथेबंदियों द्वारा उनके धर्म व गुरु ग्रँथ सहिब पर बाहरी कुछ शरारती तत्वों द्वारा बेअदबी करने के मामले सामने आये हैं वो हर नागरिक के लिये शर्मसार होने की बात है ।

मगर कानून अपने हाथ मे लेकर किसी की पीट पीट कर निर्मम हत्या कर देना ये सीधा मानवता का हनन , पुलिस प्रशासन , संविधान से उठता विश्वास नजर आता है । यह बात अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार ऑब्जर्वर्स के अंतरराष्ट्रीय निदेशक यतीश शर्मा ने एक प्रेसविज्ञप्ति जारी करते हुए कही ।

उन्होंने कहा कि भारत देश की एकता और उसके भाईचारे को लेकर इस प्रकार की घटनाएं सोची समझी गहरी साजिश का संकेत देती हैं । ऐसी साजिशों को नाकाम करने के लिये हर देशवासियों को अपनी एकता , आपसी भाईचारे , शांति ओर संविधान के तहत बनाये कानून पर विश्वास कर इन साजिशों को नाकाम करना है । हर नागरिक का कर्तव्य बनता है कि वह धर्म और देश प्यार से अपनी एकता का प्रमाण दे ना कि कानून को अपने हाथ में ले इस प्रकार से किसी की निर्मम हत्या कर मानवता का हनन करे ।

उन्होंने कहा कि भारत देश एक आजाद देश है 100 वर्षों की गुलामी के दौरान लाखों लोगों की शहादत के बाद इस देश को आजादी मिली थी । जिसमे हर धर्म के लोगों ने अपनी एकता से इस देश को आजाद करवाया । जिनकी शहादत को आज भी पूरा देश नमन करता है । देश मे कुछ शरारती तत्व इस प्रकार से धर्म के नाम पर देश की एकता को खंडित करने में लगे हैं । ऐसे देशद्रोही लोगो के खिलाफ हमे अपने कानून पर विश्वास रख उसकी पालना करना हमारा फर्ज है । लेकिन इस प्रकार से किसी की निर्मम हत्या कर मानवता का हनन हमें दोषी बनाता है । जिस कारण हम देश द्रोही ताकतों तक नही पहुंच सकते । इस लिये हमें हमारी रक्षा के लिये बने सविधान के तहत बने कानून पर विश्वास रखना अति आवश्यक है ।

यतीश शर्मा ने सभी राजनैतिक दलों से अपील की वे एकजुट हो ऐसी देशद्रोही ताकतों के खिलाफ कार्य करें ताकि कोई भी देशद्रोही ताकत धर्म के नाम पर देश की एकता को खंडित ना कर सके । उन्होंने देश की सभी संस्थाओं से अपील की वे भी देश मे माहौल खराब ना होने दें ओर पुलिस प्रशासन व सरकार को अपना सहयोग दे ताकि ऐसी ताकतों के खिलाफ कानून के तहत कारवाई करवाएं । खुद ही किसी को पिट पिट कर इस प्रकार की निर्मम हत्या कर मानवता के दोषी ना बने ।

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