सांगवान खाप कर रही है पंचायत का आयोजन

धर्मपाल वर्मा

चंडीगढ़ – हरियाणा में चरखी दादरी के विधायक और सांगवान खाप के मुखिया सोमवीर सांगवान अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के दृष्टिगत अपनी खाप की तरफ से आगामी 2 जनवरी को चरखी दादरी जिले में कितलाना टोल प्लाजा पर एक बड़ी पंचायत का आयोजन करने जा रहे हैं। इस सर्व जातीय सर्व खाप यहां पंचायत के लिए वह आजकल पूरे हरियाणा में भ्रमण कर खाप पंचायतों, सामाजिक दृष्टिकोण के अग्रणी नागरिकों, संत समाज, यूनियन तथा एसोसिएशन आदि गैर राजनीतिक संगठनों को पंचायत के लिए निमंत्रण देने के काम में लगे हुए हैं ।श्री सांगवान को यकीन है कि यह भारी पंचायत होगी और इसमें उन सभी एजेंडों पर मोहर लगेगी जो इसमें विचारणीय हैं ।इस महापंचायत में मेघालय के गवर्नर महामहिम श्री सतपाल सिंह मलिक का आगमन विशेष आकर्षण कहा जा सकता है ।वैसे मैग्सेसे अवार्ड से सम्मानित पानी बचाओ अभियान के अग्रणी एंबेसडर राजेंद्र सिंह भी इस पंचायत में शरीक होंगे।

महापंचायत में नशे पर नियंत्रण करने, दहेज प्रथा और भ्रूण हत्या जैसे मसलों के खिलाफ जनमत तैयार करने, लड़के लड़की की विवाह की उम्र फिर से तय करने तथा प्रेम विवाह से पहले माता-पिता परिवार की सहमति आवश्यक करने के लिए कानून बनाने की मांग प्रमुख हैं।

इस महापंचायत में किसान आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले सभी व्यक्ति विशेष तथा शहीद होने वाले किसानों के परिजनों उत्कृष्ट काम करने वाले अन्य नागरिकों को सम्मानित करने का भी कार्यक्रम है।

श्री सांगवान सामाजिक दृष्टिकोण के ऐसे राजनीतिक व्यक्ति हैं जिनकी करनी और कथनी में फर्क नहीं है और वह हर मंच पर इंसानियत, बिना जाति पति के समाज, सद्भावना और भाईचारे की बात करना कभी नहीं भूलते। श्री सांगवान हरियाणा के ऐसे नेता हैं जिन्हें संपूर्ण प्रदेश में कोने कोने में मीडिया की सकारात्मक स्पोर्ट स्वाभाविक रूप में इसलिए मिलती है कि वह मीडिया की अहमियत को बहुत अच्छे से जानते हैं और प्रदेश के सभी अग्रणी पत्रकारों से उनका व्यक्तिगत परिचय और संबंध उन्हें खास बनाते हैं। बड़ी बात यह है कि वे इस तरह के आयोजनों के लिए खर्च भी अपनी जेब से करते आ रहे हैं। कोई चंदा वगैरा नहीं लेते। उन्होंने अपनी कार्यशैली से यह जताया है कि वे एक तरफी बात करना जानते हैं मतलब हां तो हां और ना तो ना। आज सरकार के खिलाफ झंडा बुलंद करने का ऐलान कर चुके हैं तो ऐलान आर पार का है लेकिन इससे पहले जब सरकार और मुख्यमंत्री के साथ थे तो पूरी तरह से साथ थे। कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर चेयरमैन ने छोड़ी तो सरकार से समर्थन भी वापस ले लिया।

सोमवीर सांगवान जन जागरण और प्रदेश की समस्याओं को लेकर जागरूक हैं इसीलिए वे सामाजिक दृष्टिकोण को लेकर कई बार पंचायतों का आयोजन कर चुके हैं ।आने वाली पंचायत में उन्हें बहुत बड़ी हाजिरी का भरोसा है वह इसलिए कि वे जन अपेक्षाओं के दृष्टिगत विभिन्न मुद्दों की बात पर फोकस करके चल रहे हैं ।वह महसूस करते हैं कि समस्याएं खासतौर पर दहेज, नशाखोरी, भ्रूण हत्या और जाति पाति का जहर हरियाणा के अंदरूनी ताने-बाने को, संस्कृति और व्यवस्था को तार-तार कर रहे है। पीड़ित और प्रभावित सारा समाज है लेकिन ऐसी चीजों के खिलाफ आवाज उठाने का काम वही करेगा जिसमें सामाजिक जज्बा और ऐसी भावनाएं विद्यमान होंगी।

सोमवीर सांगवान अपने लंबे राजनीतिक और सामाजिक अनुभव के आधार पर ऐसा महसूस करते हैं कि इसे भौतिकवाद कहे स्वार्थ कहे या जिम्मेदारी से भागना, समस्याओं का निदान करने के लिए हम हम ऐसे ही कुछ लोगों को आगे आना पड़ेगा बेशक यह जटिल काम है लेकिन हम सब को इस मान्यता पर गौर करना पड़ेगा कि सबसे बड़ा रोग क्या कहेंगे लोग।

सोमवीर सांगवान ने किसान आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा कर पूरे हरियाणा में जन जागरण अभियान चलाकर आंदोलन को मजबूत करने की कोशिशों में बहुत आगे रहकर यह साबित कर दिया है कि वे कुछ नया और बड़ा कर सकते हैं। सांगवान का बहुत मेहनती विचारशील तथा अनुशासित होना तथा एक बड़ी खाप का मुखिया होना भविष्य में उनके बहुत काम आ सकता है ।उन्होंने अपनी छवि एक अग्रणी समाजसेवी और प्रगतिशील नेता की बना ली है। उनकी भाषण शैली और शब्दावली प्रभावपूर्ण और प्रेरक है इसे उनके विरोधी भी स्वीकारते हैं।

श्री सांगवान हरियाणा विधानसभा के मौजूदा शीतकालीन सत्र में सोमवार को कुछ खास मसलों को प्रमुखता से उठा सकते हैं इसलिए उनके समर्थकों को सत्र की कार्यवाही का बेसब्री से इंतजार है। सोमवीर सांगवान इस समय महापंचायत पर ही ध्यान केंद्रित करके चल रहे हैं । यह पंचायत हरियाणा ही नहीं समस्त उत्तर भारत के प्रदेशों में चर्चा का विषय हो सकती है ।इसमें देशभर के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।