निर्धारित मापदंडों के अनुसार गुरूग्राम को स्वच्छता में बेहतर रैंकिंग दिलाने के लिए अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

गुरूग्राम, 17 दिसम्बर। केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा किए जाने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 के तहत नगर निगम गुरूग्राम द्वारा की जा रही तैयारियों की समीक्षा के लिए शुक्रवार को नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने निर्धारित मापदंडों के अनुसार गुरूग्राम को स्वच्छता में बेहतर रैंकिंग दिलाने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

बागवानी कार्य की समीक्षा के दौरान डीएफओ सुभाष यादव ने बताया कि बागवानी कचरे के निस्तारण के लिए चारों जोनों में 4 साईटें शुरू की गई हैं। इनमें बसई स्टेडियम, पालम विहार सी-2 ब्लॉक, सैक्टर-15 पार्ट-1 की ग्रीन बैल्ट तथा सैक्टर-44 का पार्क शामिल है। इन साईटों पर बागवानी कचरे को ले जाकर उसका निस्तारण किया जा रहा है। निगमायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक पार्क के कोने में कंपोस्ट पिट होना सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए पार्कों का रख-रखाव करने वाली वार्ड कमेटी एवं आरडब्ल्यूए को पत्र भेजा जाए। निगम क्षेत्र में जोहड़ों की स्थिति के बारे में बताया गया कि कुल 72 वाटर बॉडीज में से 29 के सौंदर्यकरण पर काम चल रहा है तथा शेष के एस्टीमेट तैयार किए जा रहे हैं। निगमायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 31 जनवरी तक सभी प्रक्रियाएं पूर्ण करके सौंदर्यकरण कार्य को शुरू करवाएं।

सार्वजनिक एवं सामुदायिक शौचालयों की समीक्षा के दौरान निगमायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी शौचालयों को ओडीएफ प्लस-प्लस के मापदंडों के अनुसार तैयार करवाएं तथा जो शौचालय डैमेज हैं, उन्हें 31 दिसम्बर से पूर्व ठीक करवाना सुनिश्चित करें। अधिकारियों ने बताया कि जिन स्थानों पर नए शौचालयों का निर्माण किया जाना है, वहां की सर्वे आदि की प्रक्रिया चल रही है।

बैठक में स्वीपिंग मशीनों की समीक्षा के दौरान निगमायुक्त ने निर्देश दिए कि प्रत्येक स्वीपिंग मशीन को एक-एक सडक़ बांटी जाए। अगर संबंधित सडक़ पर गंदगी मिलती है, तो उस सडक़ पर कार्य करने वाली स्वीपिंग मशीन की जिम्मेदारी होगी। इसके अलावा, निगमायुक्त ने मार्केट क्षेत्रों के पीछे की लेन की सफाई, होम कंपोस्टिंग को बढ़ावा देने, बल्क वेस्ट जनरेटरों के यहां ठोस कचरा प्रबंधन नियम की पालना सुनिश्चित करने, कूड़ा खत्तों को कवर करवाने, घर-घर से सेग्रीगेटिड कचरा उठान, अनाधिकृत कचरा कलैक्शन एवं डंपिंग पर कार्रवाई करने, गारबेज वर्लनेबल प्वाईंटों को खत्म करने एवं उनका सौंदर्यकरण करवाने संबंधी निर्देश अधिकारियों को दिए। निगमायुक्त ने कहा कि अगर 31 दिसम्बर के बाद कोई गारबेज वर्लनेबल प्वाईंट मिलता है, तो संबधित वरिष्ठ सफाई निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) की स्थापना के बारे में बताया गया कि 3 स्थानों पर इकोग्रीन एनर्जी तथा 2 स्थानों पर नगर निगम गुरूग्राम द्वारा एमआरएफ स्थापित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है, जिनका निर्माण जल्द ही किया जाएगा।

नागरिकों को पॉलीथीन का उपयोग नहीं करने के लिए जागरूक करने की दिशा में चलाए गए हैशटैग कैरी योर ऑन बैग कैंपेन के तहत नागरिकों को नगर निगम गुरूग्राम द्वारा कपड़े के थैले दिए जाएंगे। इसके लिए एक विशेष अभियान चलाकर बाजार एवं सब्जी मंडियों में निगम की टीमें कपड़े के थैले लेकर जाएंगी तथा वहां आने वाले ग्राहकों को पॉलीथीन की बजाए कपड़े का थैला देकर उनसे अनुरोध करेंगी कि पॉलीथीन की बजाए कपड़े के थैले का इस्तेमाल करें तथा गुरूग्राम को पॉलीथीन मुक्त बनाने में अपना योगदान दें।

बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त डा. वैशाली शर्मा, एडीशनल म्यूनिसिपल कमिशनर रोहताश बिश्नोई, संयुक्त आयुक्त (मुख्यालय) हरीओम अत्री, स्वच्छता सलाहकार अनिल मेहता, कार्यकारी अभिंयता सुंदर श्योराण, सफाई अधिकारी विजेन्द्र शर्मा, वरिष्ठ सफाई निरीक्षक ऋषि मलिक एवं सुधीर कुमार उपस्थित थे।

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