अखंड भारत माता का मंदिर युवाओं को देगा भारतीयता का संदेश: ज्ञानचंद

भिवानी।  हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा है कि भारतीय संस्कृति का सम्मान विदेशों में किया जाता है, जो इसकी महानता का सूचक है। गुप्ता आज सोमवार को भारता माता सेवा चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा बनाया जा रहा अखंड भारत माता मंदिर के शिलान्यास समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।

अखंड भारत माता मंदिर पूरे देश में अपनी तरह का एकमात्र मंदिर होगा। सात मंजिले इस मंदिर की हर मंजिल पर भारतीय संस्कृति और संस्कारों के दर्शन होंगे। इसकी एक मंजिल पर शहीदों और एक मंलिल पर विरांगनओं के बारे में जानकारी होगी। अखंड भारत माता का यह मंदिर भव्य और अद्भूत होगा, जो छोटी कांशी को पूर्ण कांशी का दर्जा दिलायेगा। इस मंदिर की आज सोमवार को साधु-महात्माओं के सानिध्य में शिलान्यास किया गया।

इस अवसर पर कृषि मंत्री जेपी दलाल, सीबीएलयू के कुलपति प्रोफेसर आरके मित्तल, शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डाक्टर जगबीर सिंह, भाजपा के जिला प्रधान शंकर धूपड़, भाजपा के स्थानीय निकाय के जिला संयोजक पार्षद हर्षदीप डुडेजा, शिवनारायण शास्त्री, भाजपा नेता विरेन्द्र कौशिक, सुरेशपाल, संजय देवसरिया, सभ्य समाज के प्रदेश प्रधान धमेंद्र अंगिरा प्रमुख रूप से मौजूद थे।

मुख्य अतिथि ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि अब समय देश के लिए मरने का नहीं अपितु देश के लिए जीना का है। उन्होने कहा कि अखंड भारत माता मंदिर के लक्ष्य लेकर देश का युवा आगे बढ़ेगा। यह मंदिर देश को राष्ट्रीयता का संदेश देगा। उन्होने देश की आजादी में अपने प्राण गंवाने वाले शहीदों को नमन करते हुए कहा कि हम अपने शहीदों के कारण ही स्वतंत्र देश के नागरिक कहलवाने का गर्व हासिल कर पाए हैं। उन्होने कहा कि यह भारतीय संस्कृति का सम्मान है कि हमारे देश की रामलीला को विदेशों में भी मंचन किया जाता है।

भारत माता मंदिर सेवा चेरिटेबल ट्रस्ट के संरक्षक एवं आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डाक्टर इंद्रेश कुमार ने अपने सम्बोधन में गीता के संदेश का भारतीयता से जोड़ा। उन्होने कहा कि देश प्रेम की भावना सर्वोपरि है। उन्होने कि आज का दिन पूरे विश्व के लिए स्मरणीय रहेगा। आज का दिन भारतीयता और राष्ट्रीयता को समर्पित रहेगा। इंद्रेश कुमार ने कहा कि भारत का महत्व यह है कि यही एक ऐसा देश है, जो मानव निर्मित नहीं है। भारत देव निर्मित देश है। इसीलिए इसकी पहचान राष्ट्रीय भावना के रूप में की जाती है। इस अवसर पर कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि अखंड भारत माता का यह मंदिर भारतीयता की भावना को आगे बढ़ायेगा। उन्होने कहा कि समाज के हर वर्ग के सहयोग से अखंड भारत माता के मंदिर का निर्माण होगा।

समारोह में श्रीमहंत डाक्टर अशोक गिरी जी महराज, महामंडलेश्वर करणपुरी जी महाराज, मंहत कालीदास, डाक्टर बंसतानंद सरस्वती जी महाराज, महंत ओम नाथ जी, महंत सम्पूर्णानंद जी महाराज, आयुर्वेदाचार्य दयानंद गिरी जी महाराज  ने अपना आशीर्वाद दिया। समारोह आयोजक एंव ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य माई जी महाराज ने आगंतुकों का अभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होने अखंड भारत माता मंदिर बनाने का संकल्प 7 जुलाई 2007 को अन्न त्याग करके लिया था। आज यह सब देखकर उनको एहसास हो रहा है कि अब उनका संकल्प पूरा होगा।

error: Content is protected !!