कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार पूर्ण पारदॢशता के साथ कार्य कर रही है भिवानी, 12 दिसंबर। प्रदेश के कृषि एवं पशु पालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि महाराजा शूरसैन ने समाज की भलाई के लिए कार्य किया। हमें उनके बताए रास्ते पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि संत-महात्मा व महापुरुष किसी जाति या धर्म विशेष के नहीं होते। वे सर्व समाज के पथ प्रदर्शक हैं। इसलिए समाज के हर वर्ग के लोगों को उनका सम्मान करना चाहिए ताकि भावी पीढ़ी उनके जीवन से प्ररेणा ले सकें। कृषि मंत्री ने सैनी धर्मशाला के निर्माण व बच्चों की शिक्षा के लिए 15 लाख ग्रांट देने की घोषणा की। कृषि मंत्री श्री दलाल रविवार को भिवानी शहर में सर्व सैनी समाज द्वारा स्थानीय सैनी धर्मशाला में सूर्यवंशी महाराजा शूरसैनी जयंती पर आयोजित विशाल समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज पूरे देश व प्रदेश में गीता जयंती महोत्सव मनाया जा रहा है। इसलिए गीता ज्ञान के प्रति बच्चों की रूचि पैदा करें, जिससे बच्चों में हमारी संस्कृति व विरासत का ज्ञान मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक समाज में अनेक महापुरूष हुए है। उन महापुरूषों को जाति, धर्म विशेष में नहीं बाधना चाहिए। संत, महात्मा, महापुरूष संपूर्ण समाज के लिए पथ प्रदर्शक होते हैं। हमारा प्राचीन इतिहास गौरवमयी रहा है। कृषि मंत्री श्री दलाल ने कहा कि राज्य सरकार ने भी संत रविदास, संत कबीर दास, बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर आदि महापुरूषों की जयंतियों को भी सरकारी तौर पर मनाकर महापुरूषों को याद किया जाता है ताकि युवा पीढ़ी उनसे प्ररेणा ले सकें। उन्होंने कहा कि सरकार गरीबों व जरूरमंदों लोगों की आय व रोजगार बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए सालान एक लाख से कम आय वाले परिवारों के उत्थान के लिए मुख्यमंत्री अन्तोदय परिवार उत्थान योजना के तहत उत्थान मेलों का आयोजन किया जा रहा है। इन मेलों में इन परिवारों के घर द्वार के नजदीक ही उनकी रूचि के अनुसार व्यवसाय शुरू करने के लिए रियायती दरों पर ऋण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार बिना भेदभाव व क्षेत्रवाद के सम्मानरूप से विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। योग्यता के आधार पर पूर्ण पारदर्शिता के साथ सरकारी नौकरियों दी जा रही हैं। हर कार्य में पारदर्शिता बरती जा रही है। गरीब को उसका हक दिलाया जा रहा है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक घनश्याम दास सर्राफ ने कहा कि हमें अपने पूर्वजों के बताए रास्तों पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराजा शूरसैन व महाराजा अग्रेसैन ने समाज का आपसी भाईचारा बढ़ाने में पूरा सहयोग दिया था। इसलिए हमें जाति, धर्म, क्षेत्र से हटकर आपसी भाईचारा कायम रखना चाहिए। सरकार सभी वर्गों की भलाई के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि समाज के लोगों को अपने बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए ताकि वे भविष्य को उज्जवल बना सके। बच्चे देश का भविष्य है। उन्होंने बच्चों की कंप्यूटर शिक्षा के लिए दस कम्प्यूटर देने की घोषणा की। कार्यक्रम में जहगिरी आश्रम व जूना अखाड़ा के मंहत डॉ. अशोक गिरी ने कहा कि मनुष्य का परमार्थ करना चाहिए। इंसान को केवल अपने लिए नहीं बल्कि दूसरों के लिए भी जीना चाहिए। मनुष्य का असहाय की मदद करनी चाहिए। उन्होंने गीता का श£ोकोच्चारण किया।कार्यक्रम को जिला अध्यक्ष शंकर धूपड़, नगर परिषद चेयरमैन रणसिंह यादव,वाईस चेयरमैन मामनचंद, पार्षद हर्षदीप डुडेजा, धर्मसिंह सैनी, ओमप्रकाश सैनी, मनोज सैनी, कृष्ण सैनी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में प्रतिभावान खिलाडिय़ों व युवा समाजसेवियों को सम्मानित किया। Post navigation आरटीआई में खुलासा : डीईओ अजीत सिंह द्वारा बनवाए गए फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र का रिकार्ड गायब साधु-महात्माओं के सांनिध्य में इंद्रेश कुमार व विस अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने किया अखंड भारत माता मंदिर का शिलान्यास