दादरी/चंडीगढ़, 11 दिसंबर। दादरी प्रदेश का सबसे नवगठित जिला है, इसलिए प्रदेश सरकार इस जिले की प्रगति के लिए विकास का रोडमैप तैयार करते हुए कई महत्वपूर्ण व बड़ी योजनाओं पर कार्य कर रही है। जिले के विकास के लिए धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी और यहां तेजी से विकास कार्य करवाए जाएंगे, जिससे क्षेत्रवासी लाभान्वित होंगे। यह बात उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कही। वे शनिवार को दादरी में स्थानीय लोगों से रूबरू थे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बाढड़ा में उप-मंडल भवन के निर्माण के लिए 29 करोड़ रूपए की राशि जारी की है। उन्होंने कहा कि दादरी जिले के लघु सचिवालय भवन और बाढड़ा उपमंडल भवन का निर्माण जल्द शुरु हो जाएगा और इससे जिलावासियों को सभी प्रशासनिक सेवाएं एक छत के नीचे ही उपलब्ध होंगी। वहीं डिप्टी सीएम ने कहा कि जिले से होकर गुजरने वाले 152-डी राजमार्ग से दादरी क्षेत्र में नई औद्योगिक क्रांति आएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की लाभकारी औद्योगिक नीति के कारण आज कई जानी-मानी मल्टीनेशनल कंपनियां प्रदेश में निवेश कर अपना उद्योग स्थापित कर रही है और इससे प्रदेश में बड़ी संख्या में स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए साधन उपलब्ध होंगे। – किसान आंदोलन वापसी के फैसले का उपमुख्यमंत्री ने किया स्वागत डिप्टी सीएम ने केंद्र सरकार की तरफ से मिले सहमति पत्र के बाद किसान संगठनों द्वारा आंदोलन वापस लेने के निर्णय का स्वागत किया और कहा कि यह अच्छी खबर है। उन्होंने कहा कि आंदोलन समाप्त होने से न केवल प्रदेश के विकास को और गति मिलेगी बल्कि लंबे समय से संघर्षरत किसान भी खुशी-खुशी अपने घर लौट रहे है। साथ ही डिप्टी सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले दो वर्षों में किसानों के हित में देशभर में सबसे ज्यादा फसलों की एमएसपी पर खरीद कर 72 घंटे के अंदर उसका भुगतान करने जैसे अनेकों ऐतिहासिक कदम उठाए है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का यही प्रयास है कि किसानों को समृद्ध व खुशहाल बनाया जाए और इस दिशा में सरकार निरंतर कार्य कर रही है। इस दौरान दुष्यंत चौटाला ने जेजेपी के तीसरे स्थापना दिवस पर झज्जर में आयोजित जन सरोकार दिवस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं समेत प्रदेशवासियों का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कोने-कोने से बढ़-चढ़कर लोग झज्जर पहुंचे और रैली में अपनी बड़ी भागीदारी की। Post navigation 380 दिनों के बाद किसानों ने की घर वापसी, आंदोलन हुआ स्थगित गीता किसी भाषा, प्रांत या धर्म की नहीं संपूर्ण मानवता का ग्रंथ हैः ओम बिड़ला