पर्यटन मंत्री कंवरपाल व विधायक सुभाष सुधा ने किया अंतर्राष्टरीय गीता महोत्सव-2021 के मीडिया सेंटर का उदघाटन।मुख्यमंत्री मनोहर लाल महोत्सव को अंतर्राष्टरीय स्तर पर ओर आगे बढ़ाने के लिए मिल रहे है विदेशों के राजदूतों से। कुरुक्षेत्र 48 कोस के तीर्थो पर होंगे अंतर्राष्टरीय गीता महोत्सव पर भव्य कार्यक्रम।सरकार की तरफ से हथनीकुंड व तिलहार को चिन्हित किया गया है एडवेंचर्स के लिए। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र 2 दिसंबर :- हरियाणा के पर्यटन एवं शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि कुरुक्षेत्र एक पावन और ऐतिहासिक धरा है, इस भूमि के कण-कण में पर्यटन की तस्वीर को देखा जा सकता है, इसलिए राज्य सरकार कुरुक्षेत्र को पर्यटन स्थल के रुप में अंतर्राष्टरीय स्तर के रुप में विकसित करने का काम कर रही है। इस भूमि के तीर्थो को श्रीकृष्णा सर्किट के तहत विकसित किया जा रहा है। अहम पहलू यह है कि सरकार की होम स्टे पॉलिसी से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार के अवसर मिलेंगे। इतना ही नहीं सरकार की तरफ से मोरनी हिल्स की तर्ज पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हथनी कुंड व तिलहार में एडवेंचर्स इवेंट को शुरु करने की योजना बनाई गई है।पर्यटन मंत्री कंवरपाल वीरवार को देर सांय कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सभागार में बनाए गए अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव-2021 के मीडिया सेंटर का उदघाटन करने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इससे पहले पर्यटन मंत्री कंवरपाल, विधायक सुभाष सुधा, प्रदेश महामंत्री डा. पवन सैनी, भाजपा जिलाध्यक्ष राजकुमार सैनी, भाजपा बुद्घि प्रकोष्ठ के जिला संयोजक पवन आश्री, उपायुक्त मुकुल कुमार, पुलिस अधीक्षक डा. अंशु सिंगला, हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक विभाग की निदेशिका प्रतिमा चौधरी, हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय बसीन, एडीसी अखिल पिलानी, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, जिप सीईओ सतबीर सिंह कुंडू, एसडीएम नरेन्द्र पाल मलिक, सीईओ केडीबी अनुभव मेहता ने विधिवत रुप से 2 दिसंबर से 19 दिसंबर तक चलने वाले मीडिया सेंटर का शुभारम्भ किया। उन्होंने अंतर्राष्टरीय गीता महोत्सव 2021 के शानदार आयोजन पर प्रशासन, मीडिया, समाज व धार्मिक संस्थाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अंतर्राष्टरीय गीता महोत्सव 2021 आयोजन 2 दिसंबर से 19 दिसंबर तक किया जा रहा है, इस महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 9 दिसंबर से 14 दिसम्बर तक आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्टरीय गीता महोत्सव 2021 के इस स्वरुप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल का सपना साकार हो रहा है। कुरुक्षेत्र पावन और ऐतिहासिक धरती है, इस धरा से भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का संदेश दिया और इस धरती पर महाराजा हर्षवर्धन, मां भद्रकाली मंदिर, ब्रहमसरोवर, ज्योतिसर और कई दर्शनीय स्थल हरियाणा की संस्कृति और धरोहर को तरोताजा कर रहे है। इस पर्यटन स्थली को ओर आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस पर्यटन स्थली को श्रीकृष्णा सर्किट के तहत विकसित किया जा रहा है, ज्योतिसर में भगवान श्रीकृष्ण का विराट स्वरुप स्थापित किया गया है। इसके अलावा 48 कोस के तीर्थों का भी विकास किया जा रहा है। सरस्वती उदगम स्थल पर भी बांध बनाया जाएगा ताकि इस बांध के माध्यम से पवित्र सरस्वती नदी को प्रतिकात्मक रुप में धरातल लाया जा सकेपर्यटन मंत्री ने कहा कि इस महोत्सव को लेकर 48 कोस के 75 तीर्थों पर भव्य कार्यक्रम होंगे और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अंतर्राष्टरीय गीता सैमिनार में विभिन्न देशों के शोधार्थी भी आनलाईन प्रणाली से जुड़ेंगे। इस महोत्सव के सफल आयोजन के लिए मीडिया के सहयोग की निहायत जरुरत होगी। उपायुक्त मुकुल कुमार ने मेहमानों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर केडीबी सदस्य सौरव चौधरी, विजय नरुला, सुशील राणा, महेन्द्र सिंगला, जसविन्द्र सिंह, देवी दयाल शर्मा, सुरेश सैनी सहित अन्य अधिकारी गण और गणमान्य लोग उपस्थित थे। Post navigation अगर संत समाज के हाथ में गीता जयंती आयोजन की व्यवस्था आएगी तो गीता जयंती का स्वरूप भव्यतम होगा : ब्रह्मचारी। मंत्र-तंत्र साधना में शनैश्चचरी अमावस्या का विशेष महत्व : कौशिक