-सबका सहयोग नामक संस्था ने सरकारी स्कूलों को सवारने का उठाया बीड़ा गुरुग्राम। गुरुग्राम में कोई भी बच्चा निरक्षर न रहे, इसके लिए सबका सहयोग नामक संस्था ने अब सरकारी स्कूलों की कायाकल्प करने के लिए कदम बढ़ाए है। इसी कड़ी में संस्था ने गुरुग्राम की सब्जी मंडी स्थित बाल विद्यालय 2 से शुरुआत की है। इस स्कूल से शिक्षा ग्रह कर चुके बोधराज सीकरी ने इस स्कूल को सुधार कर शिक्षा विभाग को समर्पित किया है। बोधराज सीकरी ने कहा कि सबका सहयोग नामक संस्था ने इस स्कूल का कायाकल्प कर दिया है। उन्होंने कहा कि अपनी प्राथमिक शिक्षा उन्होंने इसी विद्यालय से प्राप्त की थी। उस समय में छत के नाम पर सिर्फ छप्पर हुआ करता था। जब बरसात आती थी तो स्कूल तालाब का रूप ले लेता था। ऐसे दौर और हालातों में उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा इस विद्यालय से ली है। अब वे चाहते हैं कि इस तरह के और भी विद्यालयों की सुधार किया जाए, ताकि भारत के भविष्य को स्वर्णिम बनाया जा सके। श्री सीकरी ने भारत की नई शिक्षा नीति पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इस नीति के तहत सिर्फ शिक्षा ही नहीं दी जाएगी, बल्कि बच्चों में संस्कार भी पैदा किए जाएंगे। रोजगार देने वाली शिक्षा दी जाएगी। कला और संस्कृति को बढ़ावा दिया जाएगा। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता है कि उन्होंने बेहतरीन शिक्षा नीति बनाई है। उन्होंने बताया कि सबका सहयोग संस्था ने स्कूल के 5 कमरों की तुरंत कायाकल्प शुरू कर दी है। विद्यार्थियों के बैठने के लिए ड्यूल डेक्स, पंखों की भी व्यवस्था की है। संस्था के अध्यक्ष आलोक अरोड़ा के मुताबिक इससे पहले संस्था शहर में बर्तन बैंक भी खोल चुकी है। अंध विद्यालय में कोरोना वेक्सिनेशन कैम्प भी आयोजित कर चुकी है। अब सरकारी स्कूलों के कायाकल्प का बीड़ा उठाया है। इस कार्यक्रम में शहर के जाने-माने शिक्षाविद पीएन मोगिया, केके गांधी, अनिल कुमार व संस्था के सदस्यों समेत काफी संख्या में समाजसेवी लोग उपस्थित रहे। Post navigation एसजीटी विश्वविद्यालय ने किया स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन, 186 मरीजों ने करवाया इलाज कोरोना के नए वैरिएंट से बचाव की दिशा में प्रशासन सजग – उपायुक्त