कहा:नौकरियों में हुए फर्जीवाड़े ने न सिर्फ पात्र युवाओं का दिल तोड़ा है बल्कि पूरे देश में राज्य का नाम खराब किया हैयह भी कहा: जिस तरह से इस राज्य में सरकार की बेरुखी के चलते बेरोजबागरी बढ़ रही है और भर्तियों में घोटाले हो रहे हैं, उससे वह दिन दूर नहीं कि यहां का युवा छोटी छोटी नौकरी के लिए भी अन्य राज्यों अथवा विदेशों की ओर पलायन करने लगे पंचकूला,25 नवंबर। आम आदमी पाटी का कहना है कि हरियाणा की मनोहर लाल सरकार पथविहीन हो चुकी है और उसे समझ ही नहीं आ रहा कि उसे करना क्या है। क्योंकि पदेश के हालात दिन प्रतिदिन बद से बदतर होते जा रहें हैं। पार्टी का कहना है कि एक ओर राज्य में कानून की व्यवस्था पूरी तरहत से चौपट है तो दूसरी ओर यह प्रदेश घोटालों का प्रदेश बन चुका है। राज्य में परीक्षाओं से पहले पेपर लीक होने की घटनाएं आम बात हो चुकी है तो दूसरी ओर अब नौकरियों में हुए फर्जीवाड़े ने न सिर्फ पात्र युवाओं का दिल तोड़ा है बल्कि पूरे देश में राज्य का नाम खराब किया है। इस सबसे अलग विभिन्न विभागों के इस सरकार से असंतुष्ट सैंकड़ों कर्मचारी अपनी अपनी मांगों को लेकर सडक़ों पर देर रात तक धरने प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। पार्टी का कहना है कि जिस तरह से इस राज्य में सरकार की बेरुखी के चलते बेरोजबागरी बढ़ रही है और भर्तियों में घोटाले हो रहे हैं, उससे वह दिन दूर नहीं कि यहां का युवा छोटी छोटी नौकरी के लिए भी अन्य राज्यों अथवा विदेशों की ओर पलायन करने लगे। आज यहां जारी एक ब्यान में आप के उत्तरी जोन हरियाणा के सचिव योगेश्वर शर्मा ने कहा कि हरियाणा लोक सेवा आयोग में पिछले दिनों हुए भर्ती घोटाले ने एक बात तो साफ कर दी है कि यह सरकार भी पर्ची और खर्ची की ही सरकार निकली। इस सरकार ने भी अनेकों युवाओं का हक मारकर अपने ही चहेतों को दिया जोकि पात्र युवाओं के साथ न सिर्फ एक धोखा है बल्कि उन्हें बेरोजबार रखने का इस सरकार का षडयंत्र भी है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच उच्च न्यायालय के कार्यरत न्यायधीश से करवाई जानी चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार किसी भी सूरत में सच सामने नहीं आने देगी क्योंकि अगर सच सामने आ गया तो हो सकता है कि सत्ता में बैठे कुछ बड़े नेताओं के करीबियों तक भी इसकी आंच पहुंचे। इस लिए यह सरकार इस मामले में आरोपियों को बचाने का प्रयास कर सकती है। आप नेता योगेश्वर शर्मा ने आगे कहा कि दूसरी ओर इस सरकार के लिए इससे ज्यादा शर्मनाक बात और क्या हो सकती है कि इस सरकार के कर्मचारी जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं, अपनी मांगे मनवाने के लिए देर रात तक सडक़ों पर प्रदर्शन करें, फिर भी यह सरकार उनकी बात तक न सुनें। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाएं डेढ़ महीने से अधिक समय से धरना-प्रदर्शन कर रही हैं लेकिन विभाग और सरकार उनकी मांगों पर गौर नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि इसी तरह से हरियाणा वोकेशनल शिक्षक एसोसिएशन का धरना भी सेक्टर-5 धरनास्थल पर चल रहा है जिसमें हरियाणा के विभिन्न जिलों से 1800 से अधिक टीचर्स यहां जुटे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से इन शिक्ष्किों से दो बार बात की गई लेकिन टीचर्स की मांग नहीं मानी गई। उन्होंने सरकार से इन कर्मचारियों की मांगों को अबिंलब स्वीकर किये जाने की मंाग की है। साथ ही राज्य की खराब होती छवि को बचाने के लिए भर्ती घोटाले मामले के असली आरोपियों को बेनकाब करने के लिए पूरे मामले की जांच पंजाब एवं हरियाणा उच्चन्यायालय के कार्यरत न्यायाधीश से करवाये जाने की भी मांग की है। Post navigation मुख्यमंत्री खट्टर और जजपा सरकार भ्रष्टाचार के दलदल में आकंठ डूबी हुई है : पूर्व उपमुख्यमंत्री चन्द्र मोहन जीएसटी अधिकारियों की ज्यादती से व्यापारियों में बड़ा भारी रोष है – राहुल गर्ग