बेखौफ तरीके से सरेआम जलाया जा रहा है वेस्ट प्लास्टिक कूड़ा करकट.
वायु प्रदूषण को लेकर पहले ही अदालत एनजीटी और सरकार की हिदायतें.
पटौदी नगर पालिका प्रशासन और अधिकारियों नेकर रखी है आंख बंद

फतह सिंह उजाला

पटौदी । एनसीआर क्षेत्र में बेकाबू हो रहे प्रदूषण सहित बिगड़ते पर्यावरण को लेकर बीते कुछ दिनों से सुप्रीम कोर्ट, एनजीटी ,जिला प्रशासन और राज्य सरकार के द्वारा जारी हिदायत को सख्ती से पालन करने की जिम्मेदारी संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों को सौंपी हुई है । लगता है इन सभी हिदायत और आदेश का कुछ खास और प्रभावशाली लोगों पर कतई भी असर नहीं हो रहा और ना ही किसी प्रकार के जुर्माना और सजा का डर है।

पटौदी नगर पालिका क्षेत्र में पटौदी कुलाना सड़क के बराबर और लघु सचिवालय के सामने बेखौफ तरीके से वेस्ट प्लास्टिक, थर्माकोल तथा कूड़ा-करकट जलाने का खेल चल रहा है । बुधवार सुबह पटोदी लघु सचिवालय के सामने ही आसमान पूरी तरह से काले धुएं के गुबार से अटा हुआ दिखाई दिया। यह वह समय होता है जब प्रकृति में सुबह के समय को सबसे अधिक शुद्ध और सेहत के लिए फायदेमंद किसी भी प्रकार के प्रदूषण से मुक्त माना जाता है । लेकिन यहां उठता काले धुंए का गुबार कुछ और ही कहानी बयान करता दिखाई दिया ।

जानकारी के मुताबिक पटौदी के वार्ड नंबर 15 में पटौदी कुलाना सड़क के किनारे सथानीय प्रभावशाली व्यक्ति का अपना समारोह सथल अथवा वेंकट हॉल – वाटिका है । जहां पर सत्तापक्ष भाजपा के कार्यक्रम सहित विवाह शादी जैसे आयोजन होते रहते हैं । सूत्रों के मुताबिक बुधवार सुबह दिन निकलने और सूर्य उदय होने से पहले ही इस वाटिका के पीछे वेस्ट प्लास्टिक, थर्माकोल व अन्य प्रकार के कूड़े-करकट के ढेर को आग लगा दी गई । जबकि पटौदी पालिका प्रशासन के द्वारा विभिन्न वार्डों और स्थानों सहित मोहल्लों से कूड़ा करकट एकत्रित करके डंपिंग यार्ड स्थल पर डालने के लिए वाहन और सफाई कर्मचारियों की फौज उपलब्ध है । इतनी सुविधा होने के बावजूद और बढ़ते वायु प्रदूषण के दृष्टिगत कूड़े करकट में आग नहीं लगाने के निर्देश को ठेंगा दिखाते हुए आग लगाई जा रही है । वेस्ट प्लास्टिक, थर्माकोल व कूड़ा-करकट इत्यादि जलने से वातावरण में कई प्रकार की विषैले गैस फैलने के साथ ही वातावरण भी प्रदूषित होता है । सूत्रों के मुताबिक संबंधित स्थान पर बेखौफ तरीके से कूड़े करकट के ढेर को आग लगाकर जलाने की सूचना डायल 112 पर भी दी गई ।

सूत्रों के अनुसार वही यह पूरा मामला पटोदी नगरपालिका प्रशासन-सचिव के संज्ञान में भी लाया गया। इस पूरे मामले सहित बढ़ते प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए पटोदी पालिका प्रशासन के द्वारा आरोपी के खिलाफ क्या एक्शन लिया गया ? इस मामले की जानकारी लेने के लिए पालिका सचिव राजेश मेहता को फोन किया जाने पर उनकी तरफ से समाचार लिखे जाने तक किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई। वही पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि एक तरफ तो एनजीटी और सरकार के निर्देश के मुताबिक स्कूलों तक में अवकाश किया गया है, जिससे कि बच्चों के स्वास्थ्य पर किसी भी प्रकार का प्रतिकूल प्रभाव नहीं हो । वहीं दूसरी तरफ पटोदी नगर पालिका प्रशासन और अधिकारियों के द्वारा अपनी आंखें बंद रखने का ही नतीजा है कि बेखौफ तरीके से वेस्ट प्लास्टिक, थर्माकोल सहित कूड़े-करकट के ढेर को आग लगाई जा रही है । अब देखना यह है कि इस पूरे मामले में पटोदी नगर पालिका प्रशासन और सचिव आरोपी के खिलाफ क्या और किस प्रकार का एक्शन लेते हुए कार्रवाई अमल में ला सकेंगे।

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