स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने वॉल आफ मेमोरी का किया अनावरण

‘हरियाणा आक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बनेगा, पर्याप्त आक्सीजन के मामले में हरियाणा देश का पहला राज्य बनेगा’’- अनिल विज
‘‘हर जिले में वर्किंग आईसीयू भी हो ताकि सुविधाओं के कमी के कारण किसी भी व्यक्ति की जान न जाएं’’- विज

चण्डीगढ, 16 नवंबर– हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि ‘‘वे चाहते हैं कि हरियाणा आक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बनें और वे विश्वास रखते हैं कि पर्याप्त आक्सीजन के मामले में हरियाणा देश का पहला राज्य बनेगा’’। उन्होंने कहा कि ‘‘वे यह भी चाहते हैं कि हर जिले में वर्किंग आईसीयू भी हो, जिनमें पर्याप्त उपकरण भी होने चाहिए क्योंकि हमारे लिए हर व्यक्ति की जान कीमती है ताकि सुविधाओं के कमी के कारण किसी भी व्यक्ति की जान न जाएं’’।

श्री विज आज पंचकूला में स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के मुख्यालय में कोविड वारियर्स की याद में तैयार की गई ‘वॉल आफ मेमारी’ के अनावरण अवसर पर उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे।

श्री विज ने कहा कि कोविड संक्रमण के दौरान पुलिस विभाग के भी 37 लोगों का बलिदान हुआ है और इसी प्रकार शहरी स्थानीय निकाय विभाग के 9 लोगों ने भी कोविड के दौरान अपना दायित्व निभाते हुए जान गंवाई है। श्री विज ने कहा कि ‘‘वे चाहते हैं कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाई ‘वॉल आफ मेमोरी’ की तर्ज पर पुलिस विभाग व शहरी स्थानीय विभाग में भी ऐसे वॉल बनें ताकि इन लोगों को याद रखा जा सकें’’।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऐसा कहा जा रहा है कि कोविड की तीसरी लहर आएगी, लेकिन पिछले डेढ महीने में 20 कम नए मरीजों की संख्या रह रही है जोकि दूसरी लहर के दौरान 15 हजार से ऊपर चली गई थी तथा यह कहा जा सकता है कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन यह बीमारी अभी खत्म नहीं हुई।

उन्होंने कहा कि इस बीमारी की यदि कोई लहर आती है तो हमने पूरी तैयारी कर रखी है। और दूसरी लहर के दौरान आक्सीजन का संकट आया था लेकिन हमने दिनरात मेहनत करके जरूरतमंद लोगों को आक्सीजन देने का काम किया। इसके अलावा, राज्य के सभी 50 बिस्तर से अधिक के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों को निर्देश दिए गए कि वे अपने यहां पर पीएसए आक्सीजन प्लांट लगाएंगें अन्यथा ऐसे अस्पतालों के विरूद्ध कडी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में 60 पीएसए आक्सीजन प्लांट लगाए जा चुके है और बाकी प्लांटों का टेंडर लगाया गया है।

उन्होंने कहा कि कोविड से बचाव के लिए वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से जारी है और अब तक लगभग 2.69 करोड लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है ओर अब तक हरियाणा में 89 प्रतिशत पात्र लोगों को पहली डोज व 43 प्रतिशत पात्र लोगों को दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। इसके अलावा, हरियाणा में ‘हर घर दस्तक’ कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसके तहत हरियाणा में 2025 टीमों का गठन किया गया है जो हर घर में जाकर टीकाकरण का कार्य कर रही है।

उन्होंने कहा कि यह भी मेरे लिए खुशी एवं गर्व की बात है कि इस कोविड की अवधि के दौरान किसी भी स्वास्थ्य कर्मी ने डयूटी न करने के लिए मना नहीं किया, बल्कि सभी ने आगे बढकर डयूटी के दायित्व को निभाया, जिसके लिए वे उनको सलाम करते हैं।  उन्होंने कहा कि इस दायित्व को निभाते हुए अभी तक स्वास्थ्य विभाग के 28 लोगों ने अपना बलिदान दे दिया हैं जिन्हें आज यहां हम सभी एक़ित्रत होकर ‘वॉल आफ मेमोरी’ बनाकर श्रद्धाजंलि देने का काम किया हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी वॉल पंचकूला मुख्यालय सहित उन जिलों में भी बनाई गई है जहां-जहां ये कर्मी कार्यरत थे। उन्होंने बताया कि ऐसे 11 जिलों मंे यह मेमोरी वॉल बनाई गई है ताकि आने वाली पीढियां इन्हें याद रखकर अपने जीवन में आगे बढें।

श्री विज ने कहा कि ऐसा सैकडों वर्षों में एक बार होता है जब इस तरह की स्थितियां आती हैं और ऐसी विकट परिस्थितियों के संबंध में क्या-क्या पग उठाए गए, इसका इतिहास बन जाता है। इसलिए मैडीकल शिक्षा विभाग व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को उन्होंने निर्देश दिए हैं कि वे कोविड के दौरान की परिस्थिियों के संबंध में इतिहास  लिखने का कार्य करें ओर इसके कार्य हेतू एक कमेटी का भी गठन किया गया है ताकि यह आने वाली पीढियों को पता लग सकें कि किस प्रकार से कंटेनमेंट जोन बनाए गए, आईसोलेशन वार्ड बनाए गए, लैब को स्थापित किया गया, डाक्टरों को पीपीई कीट में किस प्रकार से काम करना पडा इत्यादि की जानकारी मिल सके।

उन्होंने कहा कि कोविड की विकट परिस्थिति के दौरान हमने सभी अस्पतालों, कालेजों  में सुविधाएं बढाने का काम किया है ओर बिस्तरों को बढाने का काम किया। इस दौरान डाक्टर भर्ती किए गए, पढाई कर रहे डाक्टरों को भी डयूटी पर लगाया गया ताकि लोगों की जानें बचाई जा सकें।

श्री विज ने कहा कि साल 2019 में मानव जाति पर सुक्ष्म अदृृश्य ने हमला किया था जो पहले चीन में नजर आया ओर उसके बाद इसने सारे विश्व में आंतक मचाते हुए फैल गया। उन्होंने कहा कि कोविड नाम के इस दुश्मन पर आज तक अत्याधुनिक शोध व विज्ञान के बावजूद अभी तक पूरी से पता नहीं लग पाया है कि इससे कैसे लडना हैं और इससे लडने के लिए कौन से हथियार कारगर होंगें। श्री विज ने कहा कि कोरोना के लिए टेस्टिंग लैब भी नहीं थी, और इसके लिए टेस्ट पुने के लैब में होता था। उन्होंने कहा कि कोरोना का इतना ज्यादा आतंक था कि उनके शहर में जब पहली बार कोरोना से मृत्यु हुई तो उस मोहल्ले में लोगों ने आना-जाना ही बंद कर दिया था।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आहवान पर देश में लॉकडाउन लगाया गया  और इस खतरे के माहौल के बावजूद भी हमारे हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग के लोगों ने निर्भिक होकर इस दुश्मन से मानव जाति  को बचाने के लिए आनी कमर कसी और लोगों की दिनरात सेवा की।

इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोडा व स्वास्थ्य सेवाएं विभाग की महानिदेशक डॉ वीना सिंह ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के 56 उत्कृष्ठ कर्मियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया। श्री विज ने इस मौके पर कोविड वारियर्स कॉफी टेबल बुक का भी अनावरण किया गया। स्वास्थ्य मंत्री ने विभिन्न 11 जिलों में बनाई गई वॉल आफ मेमोरी का माउस का बटन दबाकर अनावरण किया।

इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोडा, एनएचएम के मिशन निदेशक डा प्रभजोत सिंह, मैडीकल शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ शालीन, स्वास्थ्य सेवाएं विभाग की महानिदेशक डॉ वीना सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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