चण्डीगढ,15 नवम्बर:-हरियाणा रोङवेज संयुक्त कर्मचारी संघ की आक्रोश पैदल यात्रा 29 नवम्बर को हिसार से शुरू होंगी व 8 दिसम्बर को चण्डीगढ पहुंचकर माननीय परिवहन मन्त्री व विभाग के तमाम आला अधिकारियों को रोङवेज कर्मचारियों की लम्बित पङी सभी मांगो का ज्ञापन सौंपेगी। 29 नवम्बर को रोङवेज के सैकड़ों कर्मचारी हिसार बस स्टैंड पर स्थित संगठन के मुख्यालय पर इकट्ठे होकर सुबह 10-00बजे हरी झंडी दिखाकर पैदल यात्रा जत्थे को रवाना करेंगे। आक्रोश पैदल यात्रा का नेतृत्व राज्य प्रधान दलबीर किरमारा करेंगे तथा संगठन के लगभग 11मुख्य पदाधिकारी उनके साथ चलेंगे। रास्ते में जगह-जगह पर रोङवेज के सैकड़ों कर्मचारियों द्वारा पैदल यात्रा जत्थे का स्वागत किया जायेगा। 8 दिसम्बर को हजारों रोङवेज कर्मचारी चण्डीगढ पहुंचकर ज्ञापन सौंपने का काम करेगें।

संघ के राज्य प्रधान दलबीर किरमारा,वरिष्ठ राज्य उप-प्रधान बलवान सिंह दोदवा व राज्य महासचिव आजाद गिल ने संयुक्त ब्यान जारी करते हुए बताया कि रोङवेज कर्मचारियों की बहुत सी मांगें जैसे कि वर्ष 2016 में लगे चालकों को रैगुलर न करना, वर्ष 1992 से 2002तक भर्ती हुए सभी कर्मचारियों को नियुक्ति तिथि से रैगुलर न करना, चालक-परिचालकों से 8घण्टे से ज्यादा डयूटी लेने पर ओवरटाईम का भुगतान नहीं करना,कर्मचारियों को राजपत्रित अवकाशों का पुरा लाभ न देना,कर्मशाला कर्मियों को एक समान रूप से एसीपी व तकनीकी स्केल का लाभ न देना,परिचालकों का ग्रेड पे न बढ़ाना, बकाया पङे बोनस का भुगतान न करना,वर्दी व शूज भत्ते का भुगतान न करना,विभाग में सरकारी बसों का बेङा न बढ़ाना आदि एक लम्बे समय से लम्बित पङी हुई हैं। लम्बित पङी सभी समस्याओं को हल करवाने के लिए 6जनवरी 2020, 4जून 2020 व 11नवम्बर 2020को परिवहन मन्त्री व विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक हो चुकी है तथा हर बैठक में खुद परिवहन मन्त्री जी ने इन सभी समस्याओं का हल करवाने का आश्वासन दिया है। लेकिन बङे खेद का विषय है कि मानी गई मांगो में से आजतक किसी भी समस्या का कोई स्थाई समाधान नहीं हुआ है।

बार-बार मिले आश्वासन के बाद भी समस्याओं का समाधान न होने से रोङवेज कर्मचारियों में काफी आक्रोश है। इसलिए हरियाणा रोङवेज संयुक्त कर्मचारी संघ ने कर्मचारियों की भावनाओं को देखते हुए आक्रोश पैदल यात्रा निकालने का निर्णय लिया है ताकि गुंगी-बहरी सरकार को जगाया जा सके। आक्रोश यात्रा शान्ति पूर्वक व गांधीवादी तरीके से होगी। संघ ने चेतावनी दी है कि अगर इसके बावजूद भी सरकार व परिवहन अधिकारी नहीं जागे तथा बैठक बुलाकर लम्बित पङी सभी मांगो का समाधान नहीं किया तो रोङवेज कर्मचारी एक बङा आन्दोलन करने पर मजबूर होंगे। जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार व परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों की होगी।

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