राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने पत्रकारों को आहवान किया कि वे राष्ट्रहित को सर्वोपरी रखते हुए प्रजातंत्र की मजबूती के लिए अपनी लेखनी का प्रयोग करें, जिससे देश में प्रैस के प्रति पब्लिक की और विश्ववसनीयता बढ़ेगी। चण्डीगढ़, 13 नवंबर। हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने पत्रकारों को आहवान किया कि वे राष्ट्रहित को सर्वोपरी रखते हुए प्रजातंत्र की मजबूती के लिए अपनी लेखनी का प्रयोग करें, जिससे देश में प्रैस के प्रति पब्लिक की और विश्ववसनीयता बढ़ेगी। श्री दत्तात्रेय चण्डीगढ़ के राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान में नैशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भौतिकवाद के इस युग में पत्रकारिता एक व्यवसाय के रूप में उभरा है। इस दौर में भी आपने नैतिक और मानवीय मूल्यों का भौतिकवाद से संतुलन बना कर कार्य करना है। सोशल मीडिया, प्रिन्ट मीडिया, इलैक्ट्रोनिक मीडिया के इस युग में अनेकों युवा इस व्यवसाय में भविष्य तलाश रहे हैं। आपने आने वाली पीढ़ी के सामने आदर्श स्थापित करना है कि राष्ट्र, समाज की प्राथमिकता को ध्यान में रखकर किस प्रकार से पत्रकारिता के क्षेत्र में आगे बढ़ा जा सकता है। उन्होंने पीत पत्रकारिता से भी बचने का सुझाव दिया। राज्यपाल श्री दत्तात्रेय ने कहा कि आज सोशल मीडिया का युग है इसलिए प्रैस शब्द का अर्थ और व्यापक हो गया है। प्रैस में सोशल मीडिया के प्रभावों और दुषप्रभावों का भी नकारा नहीं जा सकता। इस समय भारत में सोशल मीडिया के लगभग 62 करोड़ से भी अधिक युजर्स हैं यानि कुल जनसंख्या का 45 प्रतिशत से भी अधिक लोग सोशल मीडिया का प्रयोग कर रहे हैं और यह भी सही है 90 प्रतिशत सूचनाएं सोशल मीडिया के माध्यम से आमजन को प्राप्त हो रही हैं। ऐसे में हम सबके सामने तथ्य और तथ्यहीन सूचनाओं की प्रमाणिकता की चुनौती भी है। सोशल मीडिया के इस युग मे मेन-स्ट्रीम की मीडिया की जिम्मेवारी और बढ़ी है। उन्होंने कहा कि आपका संगठन प्रैस की आज़ादी कायम रखने, पत्रकारों के हितों की रक्षा और पत्रकारिता के उच्च मानदंडों के अनुसार कार्य करने के लिए कटिबद्ध है। राज्यपाल ने कहा कि प्रजातंत्र में प्रैस सरकार एवं लोगों के मध्य एक सेतु का महत्वपूर्ण कार्य करती है। सरकार द्वारा चलाई जा रही विकास तथा कल्याण योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने तथा जन-साधारण की समस्याएं सरकार तक पहुंचाने का कार्य भी करती है। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार ने भी आपको काम करने के लिए अच्छा वातावरण देने की कोशिश की है। हरियाणा सरकार ने वरिष्ठ पत्रकारों के लिए 10 हजार रूपये प्रतिमाह पैन्शन शुरू की है। इसके साथ प्रैस मान्यता के नियमों में भी ढील दी गई है ताकि मेन स्ट्रीम में कार्य करने वाले मीडियाकर्मी सरकार की योजनाओं का लाभ उठा सके। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने मान्यता प्राप्त पत्रकारों का सामूहिक बीमा करवाया हुआ है। इसके अलावा मीडिया कल्याण कोश की स्थापना की गई है। जिसमें सरकार द्वारा तीन करोड़ रूपये की राशि का प्रावधान किया गया है। मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए राज्य परिवहन की बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा दी गई है। इसके साथ-साथ राज्य सरकार दिवंगत पत्रकारों के परिवारों को तथा जरूरतमन्द व बीमार पत्रकारों को आर्थिक सहायता भी प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों ने कोरोना काल में पहली लाईन में रहकर अपनी जान की परवाह न करते हुए जिस प्रकार से रिपोर्टिंग की है, उसके लिए पूरा पत्रकार समाज बधाई का पात्र है। आपके सहयोग से प्रशासनिक तंत्र सभी कोरोना पीड़ितों तक पहुंच पाया है। प्रैस और पत्रकार बन्धु जो सरकार की त्रुटियों और गलतियों को रेखांकित करते हैं, वे सरकार के सच्चे मित्र व हितैषी हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को चाहिए कि वे समाचार पत्रों में व्यूज नहीं बल्कि न्यूज की रिपोर्टिंग करें और तथ्यों के आधार पर ही खबरों का संकलन कर पाठ्कों तक पहुंचाएं। इस अवसर पर मनोज मिश्रा, अध्यक्ष नैशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट, श्री सुरेश शर्मा, महासचिव नैशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट श्री अमरनाथ, अध्यक्ष चण्डीगढ़ जर्नलिस्ट ऐसोसिएशन, श्री दुष्यंत पुंडीर, महासचिव चण्डीगढ़ जर्नलिस्ट ऐसोसिएशन भी उपस्थित रहे। Post navigation यूथ कांग्रेस के नव-निर्वाचित पदाधिकारी सांसद दीपेंद्र हुड्डा के दिल्ली निवास पर मिलने पहुंचे किसान नेतृत्व की नाकामयाबी है किसान आंदोलन का हल न निकालना : गृह मंत्री अनिल विज