वेदों एवं ऋषियों के मुताबिक गाय में 33 कोटी देवताओं का निवास.
गौशाला फर्रूखनगर में गुरुवार को गोपाष्ष्टमी पर्व श्रद्धा से मनाया.
आधुनिक चकाचौंध में हम सभी गौसेवा से विमुख होते जा रहे

फतह सिंह उजाला
पटौदी।
 दक्षिण हरियाणा की सबसे बडी गौशाला फर्रूखनगर प्रांगण में गुरुवार को गोपाष्ष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर प्रबंधक कमेटी द्वारा विधिविधान और मंत्रों उच्चारण के साथ यज्ञ में आहुति अर्पित कर गौमाता की पूजा करके उनके गले में पुष्प माला और माथे पर कुमकुम का तिलक लगा कर विश्व शांति की दुआ मांगी।

इस अवसर पर श्री गौशाला प्रबंधक  कमेटी फर्रूखनगर के प्रधान श्रीपाल चौहान जाटौली, जगदीश लम्बरदार, चौधरी बलबीर सिंह मुबारिकपुर, पूर्व सरपंच राजसिंह , उप प्रधान छत्तर सिंह पोशवाल ईमाईलपुर, ओमसिंह चौहान जाटौली , बिजेंद्र ठेकेदार, डा. राजकुमार मुंडाखेडा, सुख्बीर प्रधान आदि ने बताया कि हिंदू धर्म में गौमाता का स्थान सबसे श्रेष्ठ है। इसकी पूजा अराधना करने वाले निरोगी तो होते ही है साथ में धनधान्य की कमी नहीं रहती है। गाय माता में 33 कोटी देवता निवास करते है। आदि काल से ही हिंदू धर्म में गौसेवा को सबसे उत्तम बताया गया है। लेकिन बढते स्वार्थ के कारण आज आधुनिक चकाचौंध में हम सभी गौसेवा से विमुख होते जा रहे है। जिसके कारण गौमाता घरों से लुप्त होती जा रही है।

गौ माता के स्थान पर घरों में कुते व अन्य जानवर स्थान ले रहे है। कुछ ऐसे भी पशुपालक है जो गाय का दुध दोहने के बाद घर से बाहर छोड देते है। जिसके कारण कुडा करकट खाने से वह बीमार होकर दम तोड देती है। इतना ही नहीं गौ तस्कर उन्हें पकड कर ले जाते है और मौत के घट उतार देते है। गौमाता की रक्षा करना और उनकों संरक्षण देना प्रत्येक हिंदु का कर्तव्य बनता है। उन्होंने कहा कि गौमाता की सेवा संरक्षण में कार्य कर रही गौशाला प्रबंधन कमेटी का गौ संरक्षण और लालन पालन में सार्मथ अनुसार दान करके पुण्य की प्राप्ति करे।  इस अवसर पर राजकुमार शर्मा, महिपाल मेनेजर, आजाद सिंह, श्रीओम, वेदप्रकाश शर्मा , राजसिंह शर्मा, निर्माणपुरी महाराज, बिजेंद्र ठेकेदार, पूर्व प्रधान विक्रम सिंह,  मलखान सिंह , रोहतांग फौजी आदि मौजूद थे।

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