चण्डीगढ़, 10 नवम्बर – हरियााणा के कृषि व किसान कल्याण मंत्री श्री जे.पी. दलाल ने गत सायं दिल्ली में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर व केंद्रीय पशुपालन, मत्स्य व डेयरी मंत्री श्री पुरशोत्तम रूपाला से मुलाकात कर कृषि, पशुपालन, मत्स्य और दूध से संबंधित विभिन्न विषयों व योजनाओं पर चर्चा की। श्री दलाल ने केंद्रीय कृषि मंत्री को बताया कि हरियाणा सरकार ने फसल खराब होने पर दी जाने वाली मुआवजा राशि को 12 हजार रूपये से बढ़ाकर 15 हजार किया गया और 10 हजार रूपये की मुआवजा राशि को बढ़ाकर 12500 किया गया। उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री से हरियाणा में खराब हुई फसलो का पैसा किसानों को जल्द से दिलवाने का अनुरोध किया ।श्री दलाल ने इस दौरान दिल्ली में केन्द्रीय पशुपालन एवं डेयरी मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला से भी मुलाकात प्रदेश में दुग्ध, पशुपालन, मछलीपालन के क्षेत्र में हुए विकास के बारे में जानकारी दी । इस दौरान केन्द्रीय मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सोच है कृषि के साथ अन्य विकल्पों को अपनाकर किसानों की आय को बढ़ाया जाए। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना इसी लक्ष्य का एक हिस्सा है जिसमें देश के मछली पालकों के लिए अनेक सुविधाएं दी गई है। योजना के तहत सभी प्रोजेक्ट्स पर सामान्य जाति के प्रार्थियों को 40 प्रतिशत व अनुसूचित जाति व महिला प्रार्थियों को 60 प्रतिशत तक वित्तीय सहायता दी जाती है।कृषि मंत्री जे.पी. दलाल ने केन्द्रीय मंत्री को बताया कि हरियाणा प्रदेश में केन्द्र की इस योजना को जोरशोर से लागू किया गया है। प्रदेश में झींगा मछली पालन का जहां वर्ष 2014 में केवल 28 हैक्टेयर भूमि तक सीमित था वहीं अब 493 हैक्टेयर भूमि में मछली पालन किया जा रहा है। वर्ष 2024-25 तक इसे 4000 हैक्टेयर भूमि तक किए जाने का लक्ष्य है। कृषि मंत्री ने केन्द्रीय मंत्री से प्रदेश में मछली एवं पशुपालन के लिए अन्य विकास योजनाओं को क्रियांवित करने का आग्रह किया , जिस पर केन्द्रीय मंत्री ने उचित आश्वासन दिया। Post navigation हिंदुस्तान पेट्रोलियम की पाइपलाइन से तेल चोरी में शामिल गिरोह का पर्दाफाश, 3 आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे इस वर्ष हरियाणा करेगा राष्ट्रीय तलवारबाजी प्रतियोगिता का आयोजन