अभय चौटाला ने कहा आज हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता जी ने मुझे विधायक पद की शपथ दिलवाई. एक मजबूत विपक्ष के तौर पर किसान-कमेरे और जनता के मुद्दों को मजबूती के साथ उठाता रहूंगा अगर किसान मुझे फिर से कहेंगे कि इस्तीफा दे दो तो मैं फिर इस्तीफा दे दूंगा. अभय चौटाला ने कहा दुष्यन्त चौटाला के सवाल पर मैं कोई जवाब नहीं देना चाहता हूं. चंडीगढ़. हरियाणा के सिरसा जिले की ऐलनाबाद विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में विजता रहे अभय सिंह चौटाला ने विधायक पद की शपथ ले ली है. ऐलनाबाद उपचुनाव जीतने के बाद स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने उन्हें शपथ दिलाई. तीन कृषि कानूनों के विरोध में जनवरी 2021 में उन्होंने इस्तीफा दिया था. अभय चौटाला ट्रैक्टर पर सवार होकर विधासभा पहुंचे. अभय खुद ट्रैक्टर चला रहे थे. शपथ लेने के बाद अभय चौटाला ने कहा कि मैं जल्द सिंघु बॉर्डर, टिकरी बार्डर और गाजीपुर बार्डर पर किसानों के बीच जाऊँगा. अगर किसान मुझे फिर से कहेंगे कि इस्तीफा दे दो तो मैं फिर इस्तीफा दे दूंगा. अभय चौटाला ने कहा दुष्यन्त चौटाला के सवाल पर मैं कोई जवाब नहीं देना चाहता हूं. क्योंकि इसका जवाब मैं पहले ही दे चुका हूं. अभय ने कहा कि शेर को घायल जरूर किया जा सकता है, लेकिन गीदड़ कभी राज नहीं कर सकते. पिछली बार जजपा के नेताओं ने कहा था कि हमने ऐलनाबाद में प्रचार नहीं किया इसलिए मैं जीत गया. इस बार तो भाई अजय चौटाला, दोनो भाई और भाभी जी भी रात के दो-दो बजे तक प्रचार कर रहे थे. लेकिन मैं जीतकर फिर आ गया अब मैं इनकी छाती पर बैठूंगा. बता दें कि इनेलो नेता अभय चौटाला के ऐलनाबाद सीट के उपचुनाव में जीत के साथ ही उनके फिर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. पहले खुद अभय और इसके बाद उनके पिता व पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला द्वारा इस संबंध में बयान देने के बाद हरियाणा की सियासत गर्मा गई है. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी ने पिता-पुत्र पर हमला किया है. बता दें कि ऐलनाबाद में उपचुनाव पहले अभय चौटाला के इस्तीफा देने के कारण ही हुआ था. ऐसे में यदि वह फिर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देते हैं तो दोबारा उपचुनाव कराना पड़ेगा. Post navigation जब नौकरियां नही है तो इस कथित आरक्षण लालीपोप का औचित्य ही क्या है ? विद्रोही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की भाजपा ओबीसी मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति बैठक की अध्यक्षता