ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों में सर्वाधिक पदक हरियाणा ने जीते. हरियाणा के गांव-गांव में छिपी हुई है विभिन्न खेल प्रतिभाएं.युवक-युवतियां पारंपरिक खेलों को खेलने में दे प्राथमिकता फतह सिंह उजाला पटौदी । हरियाणा की खेल नीति देश में सर्वश्रेष्ठ है । इसका कारण है कि हरियाणा सरकार के द्वारा खेल, खिलाड़ियों और खेल सुविधाओं पर देश के अन्य राज्यों के मुकाबले अधिक ध्यान और प्राथमिकता दी जा रही है । ओलंपिक गेम हो, एशियन गेम हो या फिर पैरालंपिक खेल हो, इन सभी खेलों में सर्वाधिक पदक हरियाणा के खिलाड़ियों के द्वारा ही विशेष रूप से महिला खिलाड़ियों के द्वारा जीते गए हैं। यह बात सूबे के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक और अर्धसैनिक कल्याण राज्यमंत्री ओम प्रकाश यादव ने संडे को पटौदी विधानसभा क्षेत्र के गांव बसपादमका में शहीद राव बालकिशन की यादगार में बनाए गए फौजी अखाड़ा का उद्घाटन और कुश्ती प्रतियोगिता के मौके पर कही । इससे पहले उन्होंने शहीद राव बालकिशन की यादगार में बनाए गए फौजी अखाड़ा का उद्घाटन और कुश्ती प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इस मौके पर शहीद राव बालकिशन कुश्ती हाल के निर्माता रामफूल, एशियन घुड़सवार चौंपियनशिप में गोल्ड मेडलिस्ट हरियाणा पुलिस के सुरेश राव, कर्नल जी आर यादव, डॉक्टर ईश्वर सिंह, पहलवान रामकिशन इंस्पेक्टर, ओमपाल त्रिभवन डाबर खेड़ा 18 प्रधान एल एन राव, स्वामी हरीश मुनि, संजीव शेरपुर , करण सिंह, कैप्टन कंवर सिंह , टेसवा के प्रधान राजेंद्र सिंह, जिला पार्षद भूपेंद्र पड़ासोली, संजीव यादव, संदीप लोकरा सहित अनेक गणमान्य ग्रामीण मौजूद रहे। यहां आगमन पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री पूर्व एडीओ मंत्री ओम प्रकाश यादव का पगड़ी बांधकर और फूल माला पहनाकर ग्रामीणों के द्वारा स्वागत किया गया। यहां उन्होंने राव बाल किशन अखाड़ा के शुभारंभ के मौके पर आयोजित पहली जिला स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए पहुंचे युवा और युवती पहलवानों को संबोधित करते हुए कहा कि अपने पारंपरिक खेलों को ही खेलने में प्राथमिकता प्रदान करें । ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों में जितने भी हरियाणा के खिलाड़ियों के द्वारा पदक जीते गए हैं, वह सभी अधिकांश खेल ऐसे पारंपरिक खेल हैं जो कि अक्सर देहात की मिट्टी में ही खेले जाते आ रहे हैं । फिर वह चाहे बॉक्सिंग हो या फिर कुश्ती का ही खेल हो । हरियाणा सरकार के द्वारा भी खेल खिलाड़ियों और खेल सुविधाओं को प्रोत्साहित करते हुए ग्रामीण स्तर पर सुविधा संपन्न खेल स्टेडियम बनवाए जा रहे हैं । विभिन्न खेलों के कोच अथवा प्रशिक्षक भी नियुक्त किए जा रहे हैं । उन्होंने कहा आज के समय में युवा वर्ग खेल को अपने कैरियर के रूप में अपनाएं । सरकार के द्वारा राष्ट्रीय , अंतरराष्ट्रीय, ओलंपिक स्तर पर पदक विजेता खिलाड़ियों को नगद पुरस्कार के साथ-साथ सरकारी नौकरियां भी दी जा रही है । अब वह समय नहीं रह गया है कि खेल को केवल मात्र मनोरंजन की नजर से ही देखा जाता था। खेल आज प्रतियोगिता के साथ-साथ कैरियर बनाने का सबसे सशक्त माध्यम बन चुका है । उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हरियाणा के ग्रामीण अंचल की रहने वाली बेटियां भी अब तकनीक और दमखम के मामले में श्रेष्ठ माने जाने वाले दुनिया के अन्य देशों के खिलाड़ियों को कड़ी टक्कर दे कर गोल्ड सिल्वर ब्रोंज मेडल जीत कर ला रही है। इस मौके पर रखी गई मांगों का जिक्र करते हुए मंत्री ओमप्रकाश यादव ने राव बालकिशन कुश्ती अखाड़ा हाल तक कच्चे रास्ते को पक्का बनवाने का आश्वासन देते हुए अपने व्यक्तिगत कोटे से 2 लाख ग्रांट देने की भी घोषणा की । उन्होंने भरोसा दिलाया कि जिम और खेल का अन्य सामान जो भी जरूरी होगा, इसके विषय में हरियाणा के खेल मंत्री से अनुरोध करके गांव के युवाओं को उपलब्ध करवाने का प्रयास करेंगे। जिससे कि मेजबान गांव ही नहीं आसपास के ग्रामीण बच्चों को भी इसका लाभ मिल सके । इस कुश्ती प्रतियोगिता में युवक और युवतियों की 30 किलो से लेकर 60 किलो भार वर्ग तक कुश्तियों का आयोजन करवाया गया । प्रतियोगिता के विजेता खिलाड़ियों को क्रमशः ट्रैक सूट, लोवर टीशर्ट, टीशर्ट पुरस्कार में प्रदान किए गए। Post navigation शहीद हमारे लिए प्रेरणास्रोत: मंत्री ओमप्रकाश प्रजापति समाज का भी सरकारी नौकरियों में बढ़ रहा प्रतिनिधित्व