चण्डीगढ़, 3 नवम्बर – हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने सभी प्रदेशवासियों को दीपावली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने ईश्वर से कामना की है कि दीपावली का यह पर्व प्रदेशवासियों के लिए नई खुशियां, उत्साह और उमंग लेकर आए। श्री दत्तात्रेय ने कहा कि दीपावली का पर्व कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है। पवित्र ग्रंथ रामायण के अनुसार भगवान श्रीराम चैदह वर्ष का वनवास काटकर और लंका पर विजय पाकर जब अयोध्या लौटे तो अयोध्यावासियों सहित पूरे देश में घी के दीये जलाकर इस दिन को पर्व के रूप में मनाया था। उन्होंने कहा कि दीपवली का पर्व भगवान विष्णु की पत्नी तथा धन व समृद्धि की देवी लक्ष्मी से जुड़ा हुआ है। इस दिन सभी लोग जीवन में धन, समृद्धि और आध्यात्मिक मूल्यों के समावेश के लिए पूजा अर्चना करते हैं। इसी दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध किया था और इस दिन को भगवान महावीर जैन के निर्वाण दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। यह त्योहार अंधेरे से उजाले का संदेश देता है। जैसे उपनिषदों में कहा गया है कि ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ अर्थात हे भगवान मुझे अन्धकार से प्रकाश की ओर ले जाइए। राज्यपाल श्री दत्तात्रेय ने कहा कि मनुष्य की आत्मा बुराइयों के कारण क्षीण हो जाती है। जीवन में आत्मा की कान्ति (चमक) अनुशासन, अच्छाई व पुरुषार्थ की रोशनी जगमगाने के लिए अमावस्या की काली रात में दिये जलाकर आध्यात्मिक प्रकाश प्रज्जवलित किया जाता है।उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से अपील की है कि पर्यावरण-संरक्षण तथा अच्छे स्वास्थ्य के लिए अपने-अपने घरों मे माटी के दीये जलाकर पूरे हर्षोल्लास से दीपावली पर्व को मनाएं। दीपावली का पर्व अंधेरे से प्रकाश की ओर ले जाता है, जिससे प्रदेश में सुख, शांति और समृद्धि बढ़ेगी और हरियाणा आने वाले समय में दिन दोगुनी और रात चैगुनी उन्नति करेगा। Post navigation सार्थक उपलब्धियों की बजाए खुद अपनी पीठ थपथपा रही है मनोहर सरकार – मुदिता शर्मा केन्द्र व राज्य सरकार की सभी स्वास्थ्य व बीमा योजनाओं का प्रत्येक पात्र व्यक्ति को लाभ मिले : राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय