कितलाना टोल पर किसानों का अनिश्चितकालीन धरना 311वें दिन जारी, जोश बरकरार चरखी दादरी जयवीर फोगाट 01 नवम्बर,संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कितलाना टोल पर चल रहे किसानों ने अनिश्चितकालीन धरने 311वें दिन वक्ताओं ने हरियाणा दिवस के मौके पर गठबंधन सरकार पर प्रदेश को कर्ज के दलदल में डुबोने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जिस नवगठित युवा हरियाणा को किसान,मजदूर, व्यापारी और कर्मचारियों ने अपनी अथक लग्न और मेहनत से बुलुन्दियों तक पहुंचाया उसी प्रदेश को भाजपा और जजपा ने विकास से विनाश की ओर ले जाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले हरियाणा की गिनती विकास के मामले में देश के अग्रणी राज्यों में होती थी लेकिन अब अपराध और बेरोजगारी में अव्वल स्थान पर है और गठबंधन सरकार ने सिर्फ झूठ, जुमलेबाजी और पाखंडवाद पर ध्यान केंद्रित कर रखा है। सरकार की अदूरदर्शिता के कारण आज प्रदेश पर करीब पौने दो लाख करोड़ का कर्जा चढ़ गया है। दादरी से निर्दलीय विधायक और सांगवान खाप के प्रधान सोमबीर सांगवान ने कहा कि चाहे केंद्र की मोदी सरकार हो या हरियाणा की गठबंधन सरकार दोनों ने लोगों को जाति और धर्म के आधार पर बांटकर जनता का मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने का काम किया है। ये सरकार ऐसी नीतियां बना रही हैं जिनका फायदा सिर्फ बड़े औद्योगिक घरानों को हो रहा है। गरीब और मध्यम वर्ग को कुचलने का कोई भी मौका सरकार हाथ से नहीं जाने दे रही। उन्होंने कहा कि तीन काले कानूनों की असलियत भी यही है। लेकिन सरकार की मंशा भांपकर किसान और मजदूर एकजुट हो गए हैं और सरकार को ये कानून वापिस लेने को मजबूर कर देंगे। किसान सभा के रणधीर कुंगड़ ने कहा कि प्रदेश में अफसरशाही हावी है और अपराधी बेलगाम हैं। उन्होंने कहा कि युवा बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। हरियाणा बेरोजगारी के मामले में देश में पहले पायदान पर है। यही हाल किसानी का है डीएपी के लिए किसानों को ठोकरें खानी पड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को झूठ और जुमलेबाजी छोड़कर धरातल पर काम करना चाहिए ताकि लोगों को थोड़ी राहत मिल सके और हरियाणा खुशहाली और अमन चैन के रास्ते पर लौट सके। कितलाना टोल पर धरने के 311वें दिन सांगवान खाप चालीस से नरसिंह सांगवान डीपीई, श्योराण खाप के राजकुमार हड़ौदी, फौगाट खाप के अत्तर सिंह, किसान सभा के रणधीर कुंगड़, चौधरी छोटूराम डॉ भीमराव आंबेडकर मंच के गंगाराम श्योराण, जाटू खाप के मास्टर राजसिंह जताई, दिलबाग ढुल, महिला नेत्री संतरा, रतन्नी देवी, विद्या देवी, चंद्रकला ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के धैर्य की परीक्षा ले रही है लेकिन किसान और मजदूर अपने मोर्चे पर अडिग हैं। इस अवसर पर सुरजभान सांगवान, सुरेंद्र कुब्जानगर, शमशेर सिंह, जगदीश हुई, जमात अली, जगदीश झोझू, ओमप्रकाश दलाल, जयसिंह, सुरेंद्र, विनोद डोहकी, डॉ राजू गौरीपुर, धर्मपाल, रत्तन सिंह, कमल सिंह हड़ौदी, राजेश देवी, अनीता खान झोझू, सुरेश, साधु, बलजीत, कुलदीप मानकावास, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह मौजूद थे। Post navigation कितलाना टोल पर धरने के 309वें दिन किसानों ने सरकार के खिलाफ की जोरदार नारेबाजी डीएपी की कमी और तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर किसानों ने जताया रोष