Category: हिसार

नकली दुनिया की पोल खोलता आईआईटी बाबा ‘अभय सिंह’

**युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए आध्यात्मिकता की यात्रा पर आईआईटी बाबा ‘अभय सिंह’। ***जो शून्य हैं वही शिव से मिल सकते हैं। ****कहाँ जाओगे चलते चलते? यहीं आओगे। “एक आईआईटीयन…

*गंभीर चिंता का विषय ……… आत्महत्या करते छात्र

**जीवन-मृत्यु का प्रश्न बनती कोचिंग के बोझ तले पढाई। ***प्रतिस्पर्धा के बीच जीवित रहने का संघर्ष करते बच्चे। स्कूली पढाई के बजाय कोचिंग के भयावह दौर में, छात्रों में आत्महत्या…

कैसे वाजिब है 70-90 घंटे काम करना?

लंबे कार्य घंटों का महिमामंडन नहीं किया जाना चाहिए; इसके बजाय, टिकाऊ और कुशल कार्य अनुसूचियों पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए जो उत्पादकता और कर्मचारी कल्याण दोनों को बढ़ावा…

एचएयू को राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत एक साथ मिले तीन राज्य स्तरीय पुरस्कार

हिसार, 20 जनवरी – चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय को लगातार एक के बाद एक उपलब्धियां हासिल हो रही हैं। विश्वविद्यालय को जहां शिक्षा, शोध, विस्तार के क्षेत्र में…

“भारत में दवा मूल्य निर्धारण का खेल : मनमानी कीमतों पर रोक कब?”

*डॉक्टर और कंपनियों का कपट जाल : दवाओं की कीमत में उछाल।* डॉक्टर बनवाते ब्रांड, 38 रुपए की दवा की एमआरपी 1200 रुपए। नियमों में कहा गया है कि केवल…

ज्वलंत प्रश्न : युवा जोड़ों की निजता की समस्या

विवाह पूर्व सम्बंधों में रहने वाले व्यक्तियों को छोड़कर, विभिन्न लिंगों के व्यक्ति जो दोस्त, सहकर्मी या चचेरे भाई हैं, वे भी एक साथ यात्रा कर सकते हैं और उन्हें…

सफलता सार्वजनिक उत्सव,असफलता व्यक्तिगत विप्पति, नतीजों को मिलते पुरस्कार, कोशिशें रहती गुमनाम

परिणामों पर ज़ोर देने से क्रमिक शिक्षा और सुधार का महत्त्व कम हो जाता है, जिससे सफलता अस्थिर हो जाती है। ऋषभ पंत जैसे क्रिकेटर, जिनकी शुरुआत में असंगतता के…

पुरुषों के गढ़ तोड़ने वाली “प्रथम महिलाओं” को पहचानने की आवश्यकता

महिला सशक्तिकरण की दौड़ जीतती भारतीय रेलवे -प्रियंका सौरभ ……. रिसर्च स्कॉलर इन पोलिटिकल साइंस, भारत के विशाल रेलवे नेटवर्क में महिलाओं ने पुरुष-प्रधान भूमिकाओं में प्रवेश कर न केवल…

आखिर प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा का कारण क्या है? 

आंकड़ों के अनुसार, जो लोग आजीविका की तलाश में स्थानीय और क्षेत्रीय सीमाओं के पार जाते हैं, उन्हें अपने मेजबान समाज में स्थायी रूप से बाहरी समझे जाने का अपमान…

घटते छात्र, बढ़ते स्कूल ……….. क्या शिक्षा नहीं अनुकूल?

सरकारी स्कूलों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन छात्रों का नामांकन घट रहा है। हरियाणा में साल 2023-24 में सरकारी स्कूलों में नामांकन 22.30 लाख रहा, जो साल 2022-23 के…