Category: विचार

लोकतंत्र के मंदिर की फीकी पड़ती चमक

संसद में कामकाज न चलने तथा शोर-शराबे के कारण लोकतांत्रिक व्यवस्था से लोगों का विश्वास भी डिगता है। इसलिए यह बेहद जरूरी हो गया है कि संसद के सुचारू संचालन…

आपदा जोखिम की जड़ें कहीं और अंकुर कहीं

अनियंत्रित शहरीकरण, भूकंपीय क्षेत्रों में निर्माण, तेजी से कटाव की गतिविधि ने इस क्षेत्र में गंभीर बाढ़ ला दी है। सरकार को इस प्रक्रिया को समाप्त करने के लिए कार्यप्रणाली…

घिसती टाँगे न्याय बिन, कहाँ मिले इन्साफ।।

बलात्कार के मामलों में, महिलाओं को उनके द्वारा सामना किए गए आघात को दोहराने के लिए कहा जाता है, इसी तरह, जातिगत हिंसा या भेदभाव की घटनाओं की रिपोर्ट नहीं…

बने विजेता वो सदा, ऐसा मुझे यकीन। आँखों में आकाश हो, पांवों तले जमीन।।

जीवन में सफल होने के लिए धैर्य रखना और अपने सपनों के लिए समर्पित रूप से कड़ी मेहनत करना महत्वपूर्ण है। जीवन में कुछ भी मुफ्त नहीं है, और इसलिए…

तलाक लेने के इक्छुक पति पत्नी के संबंधों कि तरह हो गये है राव इंद्रजीत और भाजपा के सम्बन्ध !

गृहवापसी ही उनके लिए एक मात्र विकल्प, सुबह का भूला शाम को घर आ जाये तो उसे भूला नहीं कहते रेवाड़ी,11 जनवरी – पवन कुमार आगामी लोकसभा चुनाव को लगभग…

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हथियार, विरोधाभास और जोखिम में संसार

इन हथियारों के प्रयोग में नैतिक विरोधाभास है, एआई हथियार प्रणालियों के नियंत्रण, सुरक्षा और जवाबदेही से समझौता करता है; यह नेटवर्क सिस्टम के बीच साझा दायित्व के जोखिम को…

सरकार की हेराफेरी, जनगणना में देरी

जनगणना में देरी का मतलब है कि 2011 की जनगणना के डेटा का इस्तेमाल जारी रहेगा। एक जनगणना तब होती है जब राज्य प्रत्येक व्यक्ति से जुड़ता है और डेटा…

स्वार्थों के लिए मनुवाद का राग…….

मनुस्मृति या भारतीय धर्मग्रंथों को मौलिक रूप में और उसके सही भाव को समझकर पढ़ना चाहिए। विद्वानों को भी सही और मौलिक बातों को सामने लाना चाहिए। तभी लोगों की…

सैनिक सेवा की अनिवार्यता का समय

अब समय आ गया है कि सरकारी कर्मचारियों और 12 लाख से ऊपर की आय वालों के लिए आर्मी सर्विस अनिवार्य की जाए, ताकि देशभक्ति नारों से निकलकर वास्तविक रंग…

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