Category: विचार

भगवान या धार्मिक प्रतीकों पर फूहड़ बातें लिख कर आप समाज में कैसे जागरूकता या बदलाव लायेंगे !

परपीड़ा अफीम की लत लग चुकी ये नशा उतरते उतरते इनका और इनकी अगली दो जेनेरेशन का भविष्य सुनिश्चित रूप से बर्बाद हो चुका होगा सौ साल से नहीं पूजे…

कांग्रेस चिंतन शिविर : एक परिवार , एक टिकट लेकिन ,,,,

–कमलेश भारतीय काग्रेस चिंतन शिविर शुरू और कुछ प्रस्ताव बाहर । यानी एक परिवार , एक टिकट , महिलाओं की एक तिहाई भागादारी , पेंशनभोगी मानसिकता वाले नेताओं से मुक्ति…

ताजमहल को प्रेम का प्रतीक ही रहने दो …………

प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम न दो…………….. –कमलेश भारतीय पता नहीं प्रतिदिन कितने लोग आगरा स्थित ताजमहल को देखने आते हैं और पत्नियां वैसा ही महल बनवाने…

बैडरूम में सौतन और संतानोत्पति में बाधक बनते मोबाइल और लैपटॉप

-प्रियंका ‘सौरभ’ बैडरूम में देर रात तक मोबाइल फ़ोन और लैपटॉप पर कार्य करने से पति-पत्नी के बीच विवाद बढ़ रहें है. आधुनिक युग के दम्पति साइको सेक्स डिसऑर्डर के…

जोधपुर दंगा विशेष……सांप्रदायिकता एक राजनीतिक हथियार बनी हुई है !

-सत्यवान ‘सौरभ’……….. रिसर्च स्कॉलर, कवि,स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार, आकाशवाणी एवं टीवी पेनालिस्ट, रोजमर्रा की भाषा में, ‘सांप्रदायिकता’ शब्द धार्मिक पहचान की रूढ़िवादिता को दर्शाता है। ये अपने आप में एक…

धर्म दिमाग पर चढ़ जाए तो ज़हर बन जाता है

प्रियंका ‘सौरभ’………..रिसर्च स्कॉलर इन पोलिटिकल साइंस,कवयित्री, स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार, आये रोज आपने हनुमान चालीसा मंदिरों, घरों और यहां तक कि मन में भी पढ़ी होगी। जय हनुमान ज्ञान गुन…

घर का वित्त प्रबंधन करने वाली महिलाएं देश की अर्थव्यवस्था में क्यों नहीं ?

–प्रियंका ‘सौरभ’……….रिसर्च स्कॉलर, कवयित्री, स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार, देश में नौकरी पाने की आकांक्षा के बजाय अब स्टार्ट-अप और रोज़गार सृजन की ओर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। युवा…

कांग्रेस के बिना क्या मोर्चा ?

-कमलेश भारतीय एन सी पी यानी नेशनल कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो व पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा है कि वे कांग्रेस के बिना बनाये जा रहे मोर्चे का…

राजनीति में बढ़ती असहिष्णुता …….संदर्भ केजरीवाल के आवास पर हमला

-कमलेश भारतीय राजनीति में असहिष्णुता का बढ़ना बहुत गंभीर चिंता का विषय है । पहले पश्चिमी बंगाल के विधानसभा चुनाव में असहिष्णुता चरम पर देखने को मिली । बेशक राज्यपाल…

सार्वजनिक धन के कुशल उपयोग के लिए कई सुधारों की आवश्यकता

-सत्यवान ‘सौरभ’ उचित रूप से प्रबंधित लेखा प्रणाली धन पर उचित नियंत्रण सुनिश्चित करने में मदद करती है। लेखांकन नीतियों और प्रक्रियाओं को वित्तीय नियंत्रण को नियंत्रित करने वाली कानूनी/प्रक्रियात्मक…

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