Category: देश

चुनाव नतीजे : क्रिकेट विश्व कप के फाइनल जैसे

-कमलेश भारतीय आज चार राज्यों के जो चुनाव नतीजे आये वे बिलकुल वैसे ही हैं जैसे हाल ही में क्रिकेट के विश्व कप में भारत और आस्ट्रेलिया के बीच खेले…

स्वामी विवेकानंद पर बन रहे टीवी सीरियल के पोस्टर का लोकार्पण राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा ने किया

अनिल बेदाग, मुंबई राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा ने मुंबई के भक्ति वेदांत स्वामी मिशन स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम में श्री हरिओम फिल्म्स के बैनर तले स्वामी विवेकानंद पर…

किसान की दयनीयता.. क्या व्यवस्था की कमी है

– सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां की लगभग अस्सी प्रतिशत आबादी खेती किसानी पर ही निर्भर है। अर्थात हमारे देश का अधिकतर वर्ग किसान…

हमारे रिश्तों के दुश्मन बनते मोबाइल फोन ……..

मोबाइल बन रहे रिश्तों में दरार की वजह? मोबाइल फोन के अनुचित उपयोग के कारण आपसी रिश्तों को हो रहा नुकसान। सोचिए आज क्यों मोबाइल बन रहे रिश्तों में दरार…

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में डीपफेक एक बड़ी चुनौती ……..

डीप फेक का गलत इस्तेमाल हर क्षेत्र में होने लगा है, डीप फेक लोकतंत्र के लिये खतरा है। डीप फेक मतदाता के मन को बदल सकता है। डीपफेक द्वारा उत्पन्न…

टहनियों तक जाये बिना सर्वोत्तम फल नहीं मिलेगा …….

“मंजिल मिल ही जाएगी भटकते हुए ही सही, गुमराह तो वो हैं जो घर से निकले ही नहीं।” लोग नई चीजें हासिल करने के बजाय आसान चीजों में लग जाते…

क्यों इतनी घुमक्कड़ी करने लगे हिन्दुस्तानी ………

पिछले साल यानी 2022 में करीब दो करोड़ हिन्दुस्तानी देश से बाहर घुमक्कड़ी के लिए निकले। यह कोई छोटा-मोटा आंकड़ा नहीं है। एक घुमक्कड़ विदेश में कम से कम हजार…

आम आदमी पार्टी की स्थापना दिवस पर बोले अरविंद केजरीवाल, “आप” का एक-एक कार्यकर्ता देश को बचाने के लिए सर्वोच्च बलिदान देने को तैयार

साल 2012 में संविधान दिवस के दिन ही हम सबने मिलकर आम आदमी पार्टी की स्थापना की थी, सभी कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं – अरविंद केजरीवाल आज जनता के प्यार और…

सोशल मीडिया पर नग्नता का नंगा नाच ………

जीवन का चरमसुख अब फॉलोअर्स पाने और कमेंट आने पर निर्भर हो गया है। फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर नग्न अवस्था में तस्वीरें शेयर कर आज लड़कियां लाइक कमेंट पाकर खुद…

क्यों नहीं अभिभावकों को सरकारी स्कूलों पर भरोसा ?

हालिया अध्ययन ने पुष्टि की है कि शिक्षा की खराब गुणवत्ता के कारण माता-पिता को सरकारी स्कूलों पर भरोसा नहीं है और वे अपने बच्चों को निजी स्कूलों में दाखिला…