Tag: शंकराचार्य के निजी सचिव स्वामी बृजभूषण आनंद सरस्वती

मां अथवा जननी की व्याख्या संभव नहीं – शंकराचार्य नरेंद्रानंद 

माता , कुमाता नहीं हो सकती – पूत, कपूत हो सकता है मां का कर्ज अपने शरीर की जूतियां पहना कर भी नहीं उतार सकते फतह सिंह उजाला गुरुग्राम ।…

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