गुडग़ांव। पटौदी बेटी ही सच्ची सहेली होती है अपनी मां की: गार्गी कक्कड़ 30/05/2021 Rishi Prakash Kaushik बेटी के अनेक स्वरूप बहन, मां, दादी, नानी, जीवनसंगिनी और बुआ. बेटी के बिना घर-परिवार का आंगन समाज और राष्ट्र भी अधूरा फतह सिंह उजाला पटौदी। एक बेटी ही अपनी…