साहित्य हिसार पत्रकारिता में जन सरोकार खत्म हो गये, अन्वेषण और शोध की परंपरा नहीं रही : पंकज चतुर्वेदी 09/11/2020 Rishi Prakash Kaushik कमलेश भारतीय आज सबसे दुख की बात यह है कि पत्रकारिता में जन सरोकार खत्म हो गये । पहले की तरह अन्वेषण और शोध की परंपरा भी नहीं रही ।…