हिसार आकाशवाणी हिसार में हिन्दी पखवाड़ा के समापन अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन 15/09/2021 bharatsarathiadmin हिसार,15 सितम्बर: आकाशवाणी केन्द्र हिसार में हिन्दी पखवाड़ा मनाया गया। इस अवसर पर 15 दिनों तक हिन्दी को लेकर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। आकाशवाणी के केन्द्र प्रमुख पवन…
देश विचार हिसार बाहुबली और माफिया का राजनीति के अंगना में क्या काम ,,,,? 11/09/2021 bharatsarathiadmin कमलेश भारतीय राजनीति जनसेवा और लोकतंत्र को बनाये और बचाये रखने के लिए है न कि दूसरों को डराने या दबाने के लिए लेकिन हुआ यह कि सन् साठ के…
हिसार लीजिए , ड्रेस कोड उत्तराखंड से 10/09/2021 bharatsarathiadmin -कमलेश भारतीय समय समय पर ड्रेस कोड आते रहते हैं । खासतौर पर महिलाओं के पहनावे को लेकर । बलात्कार जैसे कांड को लेकर भी महिला को दोषी ठहरा दिया…
हिसार बेरिकेट्स न लगाइए बल्कि फोन लगाइए साहब 07/09/2021 bharatsarathiadmin -कमलेश भारतीय साहब । करनाल में बेरिकेट्स न लगाइए बल्कि फोन लगाइए और फोन काॅल की दूरी पर न रहिए साहब । यह दूरी कुछ काम नहीं आएगी । इंटरनेट…
हिसार महापंचायत की चोट और सरकार ….. 06/09/2021 bharatsarathiadmin -कमलेश भारतीय आखिर राकेश टिकैत ने यह उलाहना दूर कर दिया कि वे उत्तर प्रदेश छोड़ कर दिल्ली या हरियाणा में किसान आंदोलन क्यों चला रहे हैं ? उत्तर प्रदेश…
हिसार शिक्षक दिवस की लौ कहां तक ,,? 05/09/2021 bharatsarathiadmin –कमलेश भारतीय शिक्षक दिवस मनाने की परंपरा हमारे यहां सर्वपल्ली राधाकृष्णन के सम्मान से शुरू हुई जब उनकी घोड़ागाड़ी से शिष्यों ने घोड़े हटा कर खुद उसे खींचा । वे…
साहित्य हिसार राजनीति पर कमलेश भारतीय की कुछ लघुकथाएं 04/09/2021 bharatsarathiadmin कमलेश भारतीय लघुकथा : दौड़ सबने सुना कि देश के बड़े नेता गंभीर रूप से बीमार हो गये । आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया । अस्पताल के बाहर सभी…
हिसार यह नये लाइफ स्टाइल का कसूर है ? 02/09/2021 bharatsarathiadmin –कमलेश भारतीय -पूर्व उपाध्यक्ष हरियाणा ग्रंथ अकादमी नया लाइफस्टाइल बहुत खतरनाक स्थितियों में समाज को ले जा रहा है । रोहतक का नया कांड इसी बात का प्रमाण है ।…
हिसार यह लोगों की नहीं बल्कि चंद लोगों की सरकार है : सैलजा 01/09/2021 bharatsarathiadmin -कमलेश भारतीय हरियाणा सरकार हो या केंद्र सरकार ये लोगों की सरकार नहीं बल्कि चंद लोगों की सरकरें रह गयी हैं । यह बात आज आम आदमी की जुबान पर…
देश विचार हिसार धीरे से आना जलियांवाला बाग में 01/09/2021 bharatsarathiadmin कमलेश भारतीय कभी सुभद्रा कुमारी चौहान ने एक कविता लिखी थी -जलियांवाला बाग में बसंत और उसमें फूलों से भी मनुहार की थी कि इस बाग में धीरे से आना…