चंडीगढ़, 26 अक्टूबर – हरियाणा के सबसे दूरदराज के इलाकों में भी अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करते हुए, राज्य सरकार ने शहीद हसन खान मेवाती राजकीय मेडिकल कॉलेज नल्हड़, नूह में 100 बिस्तरों वाला क्रिटिकल कोविड आईसीयू सफलतापूर्वक स्थापित किया है। यह अस्पताल साथ लगते एनसीआर-क्षेत्र, अलवर, मथुरा, रेवाड़ी और पलवल के मरीजों की चिकित्सा आवश्यकताओं को भी पूरा करेगा, जिससे इस क्षेत्र में स्वास्थ्य संस्थानों का बोझ कम होगा। चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार मेडिकल कॉलेजों और घटक अस्पतालों में ट्रिपल लेयर ऑक्सीजन प्लानिंग कर ली गई है। इस संबंध में कदम उठाते हुए राज्य सरकार ने चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के माध्यम से नल्हड़, नूहं में 100 बिस्तरों वाला यह आईसीयू शुरू किया है जहां 3000 एलपीएम क्षमता के पीएसए संयंत्रों और 1026 डी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडरों के साथ 10,000 लीटर क्षमता का लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंक स्थापित किया गया है। वक्ता ने कहा कि क्षेत्र की जरूरत को पूरा करने के लिए मेडिकल गैस पाइपलाइन के साथ गैस की मौजूदा क्षमता को कई गुणा बढ़ाया गया है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र से हजारों मरीज हरियाणा राज्य की ओर विशेष रूप से आसपास के जिलों में चिकित्सा सुविधा के लिए उमड़ पड़े थे। ऐसी मांग को ध्यान में रखते हुए मौजूदा क्षमता को बढ़ाया गया है और लोगों की बढ़ती आकांक्षाओं एवं जरूरतों को पूरा करने के लिए 100 बिस्तरों वाला क्रिटिकल कोविड केयर आईसीयू स्थापित किया गया है। इस प्रकार, यह कोविड मरीजोंं की देखभाल के लिए ऑक्सीजन ट्रायड को पूरा करता है। पहला पीएसए संयंत्र, दूसरा लिक्विड ऑक्सीजन टैंक और तीसरा डी-टाइप सिलेंडर। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन की मांग होने पर जरूरत के आधार पर इसे सेवा में लगाया जाएगा। प्रवक्ता ने कहा कि मानव और सामग्री वांछित संयोजन है जो उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आवश्यक है। अत: इसे क्रियाशील बनाने के लिए दवाओं और उपभोग्य सामग्रियों के साथ-साथ वेंटिलेटर और उपकरण खरीदे गए हैं। उपकरणों के अलावा, 143 एसआर (सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर) पहले ही सरकारी मेडिकल कॉलेजों को ज्वाईन कर चुके हैं। इसके अलावा, 54 और विशेषज्ञ डॉक्टरों को भी शामिल होने की पेशकश की गई है। साथ ही, 275 स्टाफ नर्सों की भर्ती प्रक्रियाधीन है और अन्य 85 विशेषज्ञ डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली है। इतनी बड़ी कुशल मानवशक्ति के साथ राज्य सरकार आने वाले दिनों में, जहां भी और जब भी आवश्यकता हो, किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। Post navigation हरियाणा सेवा का अधिकार आयोग : पांच डॉक्टरों के खिलाफ स्वत: संज्ञान नोटिस जारी करने का निर्णय हरियाणा सरकार ने तुरंत प्रभाव से 3 अधिकारी को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा