संयुक्त किसान मोर्चा की माँग-सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश द्वारा की जाए सिंघू मोर्चा पर 15 अक्टूबर 2021 को हुई हिंसक घटना की जांच।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और कैलाश चौधरी दें इस्तीफ़ा।

गुरुग्राम। दिनांक 22.10..2021 – सिंघू मोर्चा पर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में शामिल होकर गुरुग्राम पहुँचे संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह ने बताया कि सिंघू मोर्चा पर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक सम्पन्न हुई।इस बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बार फिर सिंघू मोर्चा पर हुई 15 अक्टूबर 2021 की हिंसक घटनाओं की कड़ी निंदा की।देश के सामने अब तक जो सबूत और रिपोर्ट सामने आए हैं,उससे साफ है कि यह घटना यूं ही नहीं हुई थी बल्कि इसके पीछे किसान आंदोलन को बदनाम करने और उसे हिंसा में फंसाने की साजिश है।

संयुक्त किसान मोर्चा की मांग है कि केंद्रीय मंत्रियों नरेंद्र सिंह तोमर और कैलाश चौधरी,जिन्हें तस्वीरों में निहंग सिख नेता से मिलते दिखाया गया था, जिनका समूह नृशंस हत्या में शामिल है,को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।किसानों को फंसाने और बदनाम करने की साजिश की जांच के लिए,संयुक्त किसान मोर्चा ने मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश द्वारा जांच की जानी चाहिए।संयुक्त किसान मोर्चा पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि इस घटना में शामिल निहंग सिखों से मोर्चा का कोई लेना-देना नहीं है।संयुक्त किसान मोर्चा स्पष्ट करना चाहता है कि सिंघू मोर्चा या किसी अन्य मोर्चा में इस हत्याकांड में आरोपी समूहों और समुदायों के लिए कोई जगह नहीं है।

शहीद किसान कलश यात्रा 23 अक्टूबर को गुरुग्राम पहुँचेगी।शहीद किसान कलश यात्रा लखीमपुर खीरी में शहीद हुए किसानों के अस्थि कलश लेकर गुरुग्राम में किसान धरनास्थल पर पहुँचेगी जहाँ पर शहीद किसानों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।

आज गुरुग्राम में धरने पर बैठने वालों में अनिल पवार,जयप्रकाश रेढू,बलवान सिंह दहिया,योगेश्वर दहिया,फूल कुमार,पंजाब सिंह,तेजराम यादव,सूबे सिंह यादव एडवोकेट,कुलदीप सिंह,ज़िले सिंह नयन,हरी सिंह चौहान,मनीष मक्कड़,जगमाल मलिक,नवनीत रोजखेड़ा,आकाशदीप,रणजय सिंह तथा अन्य व्यक्ति शामिल थे।

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