रुपाना बिश्नोईयां से शुरू हुआ बोरवेल लगाने का पायलट प्रोजैक्ट घग्गर ड्रेन में गिराया जाएगा सेम का पानी पहले चरण में खर्च होंगे 17 करोड़ सिरसा। ऐलनाबाद के दर्जनों गांवों को सेम की समस्या से मुक्ति मिलेगी। हरियाणा सरकार ने बोरवेल के माध्यम से सेम प्रभावित गांवों का पानी निकलवाना शुरू कर दिया है। बहुत जल्द यहां के एक दर्जन गांवों की पचास साल पुरानी समस्या का समाधान होने जा रहा है। ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र के एक दर्जन गांव ऐसे हैं जहां सेम की समस्या के चलते पिछले पचास साल से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यहां चक्रमंधोरी, नाथूसरी, लुदेसर, मालेकां आदि गांव ऐसे हैं जहां सेम के चलते भूमिगत जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। यहां के कई गांव तो ऐसे हैं जहां के खेतों में बारह महीने पानी भरा रहता है और यह पानी तलाब का रूप अख्तियार कर चुका है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष जब ग्रामीणों ने यह समस्या बताई तो उन्होंने अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए। जिसके चलते अधिकारियों ने बोरवेल योजना शुरू करने का फैसला लिया। पायलट प्रोजैक्ट के रूप में गांव रुपाना बिश्नोईयां में बोरवेल से पानी निकालने का काम शुरू हो गया है। इस परियोजना के पहले चरण में करीब 17 करोड़ रुपये खर्च होंगे। कैसे मिलेगी सेम से मुक्तिऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र के गांवों को सेम से मुक्ति दिलवाने के लिए सरकार ने बोरवेल योजना शुरू की है। जिसके तहत बोरवेल के माध्यम से सेम प्रभावित क्षेत्रों का पानी निकालकर उसे हिसार-घग्गर ड्रेन में पहुंचाया जाएगा। इस पानी को जमीन से प्रदेश के सामान्य जलस्तर वाले क्षेत्रों के स्तर तक निकाला जाएगा। जिसके बाद यहां की जमीन को सामान्य भूमि की तर्ज पर उपजाऊ बनाने के लिए मिट्टी विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी।खेतों में लहलाएंगी फसलें, मकान भी होंगे सुरक्षितऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र के एक दर्जन गांवों में किसानों के लिए मौसमी फसलों को कोई महत्व नहीं है। यहां खेतों में हर समय पानी भरा रहता है। जिसके चलते किसान कभी फसल नहीं ले पाए। सेम की समस्या का समाधान होने से ऐलनाबाद के इन गांवों में कपास, गेहूं तथा सरसों की फसल लहलहाने लगेगी। यही नहीं सेम की समस्या के कारण लोगों को घरों में भी भारी दिक्कत आ रही है। इस समस्या का समाधान होने के बाद लोगों के घर भी सुरक्षित होंगे। कांग्रेस की सरकारों ने किया ऐलान, मनोहर लाल ने किया कामऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र में सेम की समस्या नई नही है। खुद को इस हलके का ठाकुर कहने वाले नेताओं की प्रदेश में सरकार भी रही है। इसके बाद हरियाणा में कांग्रेस की सरकारें भी आई लेकिन किसी ने भी इस समस्या के समाधान की तरफ ध्यान नहीं दिया। हालही में मुख्यमंत्री मनोहर लाल को जब इस समस्या के बारे में पता चला तो उन्होंने समयबद्ध तरीके से समस्या के समाधान के आदेश जारी कर दिए। Post navigation अभय सिंह ने हमेशा अहंकार भरी राजनीति की – दिग्विजय चौटाला सहकारिता मंत्री ने पेश किया सात सालों के विकास का रिपोर्ट कार्ड