महिलाओं की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए उपायुक्त ने जारी किए महत्वपूर्ण आदेश कलायत नपा में अध्यक्ष प्रतिनिधि के रूप में पति के बैठने और मीटिंग करने पर शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी ने उठाया ठोस कदम कलायत। स्थानीय निकाय और ग्राम पंचायतों में महिला जन प्रतिनिधि के नाम पर पति व परिवार के सदस्य अब चौधर की गाड़ी नहीं हांक पाएंगे। ऐसा करने वालों के खिलाफ ठोस कार्रवाई त्वरित तौर से अमल में लाई जाएगी। प्रदेश सरकार द्वारा स्थानीय निकाय और ग्राम पंचायतों में महिलाओं की सहभागिता को सुनिश्चित करने के लिए इस दिशा में कैथल जिला उपायुक्त प्रदीप दहिया ने महत्वपूर्ण कदम उठाएं है। इस संदर्भ में उन्होंने कलायत नगर पालिका चेयरपर्सन शीश बाला कौशिक को पत्र जारी किया गया है। इसमें उन्हें उनके पति राजू कौशिक द्वारा नगर पालिका कार्यालय कलायत में बतौर अध्यक्ष प्रतिनिधि के रूप में बैठना और मीटिंग गैर कानूनी करार दिया है। क्योंकि यह कार्यालय की गरिमा के अनुरूप नहीं है। डीसी ने उल्लेख किया है कि सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं को समाज में अपेक्षित स्थान दिलाने के साथ-साथ महिलाओं द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में प्राप्त की गई उपलब्धियों को भी एक विशेष पहचान दिलाना है। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न पंचायती राज और स्थानीय निकाय संस्थानों में महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित की गई हैं। सरकार द्वारा समय-समय पर हिदायतेें जारी की जाती हैं कि निर्वाचित सदस्य के स्थान पर उनके पारिवारिक सदस्यों का कार्यालय में बैठना और बैठक करना गैर कानूनी है। इस प्रकार के मामले सामने आने पर प्रशासन संबंधित चेयरपर्सन और जन प्रतिनिधि के विरुद्ध कार्रवाई करेगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं वित्तायुक्त हरियाणा शहरी स्थानीय निकाय विभाग सहित विभिन्न विभागों को पत्र प्रेषित: जिला उपायुक्त प्रदीप दहिया ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए जो ठोस कदम उठाते हुए पत्र जारी किया है उसकी प्रति अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं वित्तायुक्त हरियाणा शहरी स्थानीय निकाय विभाग, महानिदेशक सूचना जन संपर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा और जिला नगर आयुक्त, उप मंडल अधिकारी को प्रेषित की है। इस पत्र के कारण महिलाओं को घर की चारदीवारी में रखकर खुद उनकी चौधर का इस्तेमाल करने वालों की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। खुद अपनी पावर का इस्तेमाल करें महिलाएं: जिला उपायुक्त प्रदीप दहिया महिलाओं की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए शुरू से ही संजीदा नजर आए हैं। वे इस प्रयास में रहे हैं कि नगर पालिकाओं, नगर परिषद, जिला परिषद, ब्लाक समिति और ग्राम पंचायतों में महिलाएं सशक्त भूमिका अदा करें। उनके संज्ञान में आया है कि मुख्य रूप से कलायत नगर पालिका में चेयरपर्सन शशीबाला कौशिक की बजाए उनके पति राजू कौशिक बैठते और बैठकें करते हैं। यह गैर कानूनी है। इस पर डीसी ने त्वरित कड़ा संज्ञान लेते हुए महत्वपूर्ण पत्र जारी किया है। Post navigation गुहला के पूर्व विधायक बूटा सिंह ने की कांग्रेस पार्टी ज्वाईन डीएपी के लिए प्रदेश का किसान परेशान, सरकार उदासीन- रणदीप सुरजेवाला