महर्षि वाल्मीकि जी ने धार्मिक ग्रंथ रामायण की रचना कर भारतीय संस्कृति की आधारशिला रखी : राज्यपाल

चण्डीगढ़, 20 अक्तूबर- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने वाल्मीकि जयंती के अवसर पर बुधवार को राजभवन में उनकी मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। उन्होंने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी और लोगों के सुख, समृद्धि व शान्ति की कामना की है। इस मौके पर उनके साथ राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष श्री विजय सांपला ने भी महर्षि वाल्मीकि जी की मूर्ति पर पुष्प अर्पित किए और याद किया।

उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी आदि कवि यानि पहले कवि थे, जिन्होंने रामायण महाकाव्य की रचना की। महर्षि वाल्मीकि जी ने धार्मिक ग्रंथ रामायण की रचना कर भारतीय संस्कृति की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि हम सभी ने रामायण के आदर्शो से सच्चाई और मर्यादा को निभाने का प्रण लेना चाहिए ताकि हम मर्यादा पुरूषोतम श्री राम के बताए रास्ते पर चलें।

उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने रामायण में समानता, समरसता और सदभाव का संदेश दिया है। वर्तमान में भी रामायण की प्रासंगिकता को देखते हुए हम सभी देश व समाज की मजबूती के लिए काम करें ताकि देश में समानता, सद्भाव व भाईचारा मजबूत हो और भारतवर्ष को विश्वगुरू का दर्जा प्राप्त हो।

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