-खेल प्रतिभाओं के अनुरूप नए स्टेडियमों के  लिए मैपिंग की जाएगी
-समस्याएं आपकी समाधान हमारा -मुख्यमंत्री

चंडीगढ़, 19 अक्तूबर – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा है कि भारत विश्व का एक युवा देश है इसको देखते हुए हमें राज्य के लगभग 75 लाख 18 से 35 आयु वर्ग के युवाओं को जागृत करने के लिए काम करना होगा।  खेल, कला एवं संस्कृति इस कड़ी में युवाओं की प्रतिभा निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है।

मुख्यमंत्री आज यहां उनके सरकारी आवास पर मिलने आए भाजपा के खेल कला एवं संस्कृति प्रकोष्ठ के  प्रतिनिधियों से सीधा संवाद कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि ‘समस्याएं आपकी समाधान हमारा’ नीति पर हम चल रहे हैं इसके लिए हमने सीएम विण्डों की भी व्यवस्था की है। इसके लिए कोई भी सादे कागज पर समस्या लिख कर दे सकता है । उस पर तत्काल संज्ञान लिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि  नए स्टेडियमों के लिए मैपिंग की जाएगी और क्षेत्रवार व खेल की पसंद के अनुरूप खेल प्रतिभाओं को तराशा जाएगा। इसी प्रकार, कला के क्षेत्र में भी उभरते कलाकारों को अच्छा  प्लेटफार्म देने के लिए राज्य स्तर, जिला स्तर व खण्ड स्तर पर ख्याति प्राप्त लोक कलाकारों के नाम पर  उनकी विधा के अनुरूप पुरस्कार दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं को खेल एवं संस्कृति के क्षेत्र में  अधिक से अधिक अवसर प्रदान करने के लिए ‘कैच-दम-यंग’ नीति के अनुरूप हमें काम करना होगा।

उन्होंने कहा कि एक अध्ययन के अनुसार देश की 65 प्रतिशत जनसंख्या  युवा वर्ग से है जिसमें 18 से 35 आयु वर्ग के 30 प्रतिशत तथा शून्य से 18 आयु वर्ग की भागीदारी लगभग 35 प्रतिशत है ।  हमें 18 से 35 आयु वर्ग पर ध्यान देना होगा कि  किस प्रकार हमारा समाज उच्च कोटि का सभ्य समाज बने।

‌ 5 से 15 वर्ष तक युवाओं का स्कूली शिक्षा का समय होता है। 15 से 18 आयु वर्ग का समय होता है कि उसका जीवन कहां जाएगा। 18 से 35 आयु वर्ग के युवाओं को नैतिक शिक्षा, गुणवत्ता शिक्षा देने पर हमें  बल देना होगा।  आने वाले समय में यहीं वर्ग राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। खेल हमें अनुशासन में रहने की भावना जागृत  करता है तो कला एवं संस्कृति के माध्यम से देशभक्ति के कार्यक्रम चलाए जा सकते है।

उन्होंने कहा कि देश की 40 करोड़ जनसंख्या युवा वर्ग की है, अगर हम हरियाणा की अढ़ाई करोड़ जनसंख्या की बात करें तो 75 लाख से अधिक  संख्या युवाओं की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य के लिए ईज-ऑफ लिविंग की रैकिंग जारी की है।  भूटान एक ऐसा देश है जहां हैपिनैस लिविंग डिपार्टमेंट बनाया है।

मुख्यमंत्री ने उपस्थिति प्रतिनिधियों से आह्वान किया है कि वे अगले महीने से हर जिले में राहगीरी समिति का गठन करें । राहगीरी कार्यक्रम पुलिस विभाग द्वारा शुरू किया गया था और इसे फिर से आरम्भ करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि किसी न किसी थीम पर रन फॉर  कार्यक्रम का आयोजन कर युवाओं को राहगीरी से जोड़ना होगा।  खेलों इण्डिया-2022 का आयोजन हरियाणा करने जा रहा है जो इस कड़ी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा।

मुख्यमंत्री ने पानीपत के प्रतिनिधि द्वारा हरियाणा दिवस के अवसर पर एक नवम्बर को मैराथन दौड़ करवाने के कार्यक्रम की सराहना भी की। उन्होंने खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर जिले में किसी न किसी अस्पताल से तालमेल कर स्पोटर्स इंजरी का एक छोटा वार्ड बनाया जाए ताकि खिलाडिय़ों को यदि खेल के दौरान चोट लगती है तो उसका ईलाज किया जा सके। उन्होंने कहा कि हरियाणा देश का ऐसा पहला राज्य है जहां ओलम्पिक के लिए चयन होने पर खिलाडिय़ों को तैयार होने के लिए पांच लाख रुपये अग्रिम तौर पर दिए जाते हैं । उन्होंने कहा कि हमने पहली, दूसरे व तीसरे स्थान के अलावा, चौथे स्थान पर रहने वाले खिलाडिय़ों का पुरस्कार देने की शुरूआत की है। भविष्य में खेल प्रशिक्षकों का तबादला उन्हीं स्टेडियमों में किया जाएगा जहां पर खेल प्रशिक्षक का खेल संचालित है। उन्होंने कहा कि कोविड-19  महामारी के कारण बंद हुई खेल नर्सियों को फिर से चालू किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिंजौर में 60 एकड़ में एक फिल्म सिटी की स्थापना की जा रही है। पंचकूला जिला  हिमाचल से सटा है तथा मोरनी हिल्स व शिवालिक पर्वतीय क्षेत्र में फिल्मों की शूटिंग के लिए उपयुक्त है। भिवानी से आए कवि श्री वी.एम.वैचन ने कहा कि उन्होंने अंग्रेजी व संस्कृत की कई पुस्तकों का हरियाणवी में अनुवाद किया है । उन्होंने हरियाणवी बोली को भाषा में बदलने के लिए एक आयोग के गठन या हरियाणवी अकादमी के गठन की मांग मुख्यमंत्री से की। उन्होंने हरियाणावी में अनुवादित पुस्तक ‘जै’ मुख्यमंत्री को भेंट की ।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री भूपेश्वर दयाल व श्री गजेन्द्र फौगाट, राजनीतिक सचिव श्री अजय गौड़ के अलावा  खेल, कला एवं संस्कृति विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

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