प्राकृतिक आपदा ओर नफरत की राजनीति हमेशा तबाही लाती है —- यतीश शर्मा

पंचकुला—- हैरत भी होती है और परेशानी भी जब भारत का इतिहास उठा कर देखता हूँ कि सोने की चिड़िया , अपनी संस्कृति और आपसी भाईचारे को लेकर दुनिया मे नम्बर 1 का भारत आज नफरत की आंधी में इतना खो गया कि हर तरफ तबाही ही तबाही नजर आ रही है । वो तबाही चाहे प्राकृतिक आपदा हो या नफरत की राजनीति हो । आखिर इस तबाही का कारण क्या है ?क्यों हम लोग समंझ नही पा रहे ? यह बात अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार ऑब्जर्वर्स के इंटरनेशनल निदेशक व राधे राधे स्वस्थ बनादे ट्र्स्ट मोगा ( पँजाब ) के निदेशक यतीश शर्मा ने एक प्रेसविज्ञप्ति जारी करते हुए कही ।

उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से हमारी सरकारें रिहायशी जगह बना जंगलों को खत्म करने में लगी है उससे प्राकृतिक आपदा होना सम्भव है ये हम सब अच्छे से जानते हैं फिर भी चुप बैठे हैं आखिर क्यों ? सत्ताधारी सरकारें पेड़ लगाओ जंगल बचाओ का नारा तो पूरे जोर शोर से लगाती है लेकिन जगह जगह प्लाट काटने के लिये जंगल खत्म करती जा रही है । इस बात के लिये ना तो देश की आवाम कुछ सवाल करती है ना ही सत्ताधारी सरकार कोई जवाब देने में सक्षम है । आखिर क्यों ?

यतीश शर्मा ने कहा कि भारत देश की एकता और उसकी पहचान का एक ही नारा “जय जवान जय किसान” जिसे भारत देश का बच्चा बच्चा भली भांति जानता भी है और इस नारे को पूरे होंसले से गुनगुनाता भी है । लेकिन देश का जवान आज देश के अंदर बैठे देशद्रोही ताकतों को खत्म करने के लिये देश मे ही जंग लड़ रही है ओर किसान अपने खेत छोड़ सड़क पर अपने हक के लिये सँघर्ष कर रहा है । आखिर क्यों ? जिसका जवाब लेने का हर भारतीय नागरिक को हक़ है लेकिन देश की राजनीति इतनी नफरत भरी हो गई है कि हर राजनेतिक दल सत्ता की कुर्सी हासिल करने के लिये देश की आवाम के साथ खूनी खेल खेलने से भी नही चुकता । देश की आवाम की जान को खिलौनों की तरह खेलता नजर आ रहा है । इस पक्ष और विपक्ष की नफरत में चल रही राजनीति की रणनीति देश को तबाही की कगार ओर खूनी सँघर्ष पर ले आई । लेकिन सत्ता की चाह में देश की आवाम का बहता खून किसी भी राजनैतिक दल को नजर नही आता आखिर क्यों ?

उन्होंने कहा कि देश दुनिया का स्वर्ग कहलाये जाने वाला कश्मीर आज किस कगार पर खड़ा है इसे पूरी दुनिया भली भांति जानती है । पाकिस्तान जोकि एक आतंकी देश के नाम से दुनियाभर में मशहूर हो चुका है जिसे सभी देश अच्छे से जानते है । अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार बनाने मे पाकिस्तान हमेशा तालिबानियों के हक में सबसे पहले नजर आया था ।ओर पूरी दुनिया जानती है कि तालिबानी शासक एक आतंकी ग्रुप है जिसमे ना जाने कितने इनामी आतंकी शासक की कुर्सी पर बैठ सत्ता सम्भाल रहे हैं और वो भी पाकिस्तान की देन है । लेकिन पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने में असमर्थ नजर आ रहे हैं ।भारत देश मे कश्मीर की समस्या को सुलझाने व आपसी भाईचारे की बात करने की जगह कुछ कश्मीर के राजनैतिक दल पाकिस्तान और तालिबान से बात करने पर अडिग हुए बैठे हैं । आखिर क्यों ?

ऐसे देशद्रोही राजनेतिक दलों की मान्यता खत्म कर उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर सख्त से सख्त सजा देंनी चाहिए ताकि दुबारा से कोई भी राजनेता देशद्रोही बन आवाम की जान व मानवता के साथ खिलवाड़ करने की हिमाकत न कर सके ।

उन्होंने कहा कि भारत देश मे हो रही तबाही को रोकने के लिए ऐसे देशद्रोही राजनेतिक दलो को दरकिनार कर सभी धर्मों को आपसी नफरत खत्म कर अपनी एकता ,आपसी भाईचारे की मिसाल दे देश मे छुपे देशद्रोही ताकतों को खत्म करने में व मानवधिकारों की रक्षा करने में एकजुट हो भारत का नाम गोरवनित करना चाहिये ।

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